फाइल फोटो
नई दिल्ली:
दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली हाई कोर्ट को सूचित किया है कि आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास के खिलाफ जो शिकायत उसे मिली थी उसपर उसने अपनी जांच पूरी होने के बाद बंद कर दी है। महिला आयोग ने कोर्ट को ये भी बताया है कि इस मामले में दिल्ली पुलिस जांच कर रही है, खुद उसने अपनी जांच 23 जून को पूरी होने के बाद बंद कर दी है।
मालवीय नगर से विधायक और मामले में विश्वास के वकील सोमनाथ भारती ने ट्वीट किया, ‘संभवत: हाई कोर्ट में शर्मनाक स्थिति की आशंका से महिला आयोग ने अदालत को सूचित किया कि उन्होंने डॉ. विश्वास के खिलाफ कार्रवाई को बंद कर दिया है।’
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह ने इसका खंडन किया कि आयोग ने एक आप कार्यकर्ता के साथ अवैध संबंधों को लेकर ‘अफवाहों’ का विश्वास द्वारा खंडन नहीं किए जाने को लेकर लगाए गए आरोपों पर उनके खिलाफ मामले को बंद कर दिया है। सिंह का कार्यकाल 18 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
महिला आयोग में एक अधिकारी ने बताया कि दो बार समन जारी किए जाने के बाद विश्वास के आयोग के समक्ष पेश नहीं होने पर हमने यह मामला पुलिस को सौंप दिया और हम इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए सक्षम प्राधिकार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, दिल्ली महिला आयोग उसके वहील द्वारा अदालत में दी गयी मौखिक दलीलों के संबंध में दो हफ्तों के अंदर एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगा।
महिला आयोग द्वारा अदालत में दलील पेश किए जाने के कुछ देर बाद ही आप नेताओं ने सिंह पर निशाना साधा और विश्वास की छवि खराब करने का आरोप लगाया। लेकिन सिंह ने कहा कि आप लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रही है।
आम आदमी पार्टी नेता कुमार विश्वास को दिल्ली महिला आयोग ने इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा था जिसमे कुमार विश्वास नहीं गए थे। मामला के था कि मई महीने की शुरुआत में एक महिला ने पुलिस और दिल्ली महिला आयोग में शिकायत दर्ज करायी थी जिसमें कहा गया था कि कुछ लोग उनके और कुमार विश्वास के बीच अनैतिक सम्बन्ध होने की अफवाह उड़ाकर उन्हें बदनाम कर रहे हैं।
(इनपुट एजेंसी से भी)
मालवीय नगर से विधायक और मामले में विश्वास के वकील सोमनाथ भारती ने ट्वीट किया, ‘संभवत: हाई कोर्ट में शर्मनाक स्थिति की आशंका से महिला आयोग ने अदालत को सूचित किया कि उन्होंने डॉ. विश्वास के खिलाफ कार्रवाई को बंद कर दिया है।’
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह ने इसका खंडन किया कि आयोग ने एक आप कार्यकर्ता के साथ अवैध संबंधों को लेकर ‘अफवाहों’ का विश्वास द्वारा खंडन नहीं किए जाने को लेकर लगाए गए आरोपों पर उनके खिलाफ मामले को बंद कर दिया है। सिंह का कार्यकाल 18 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
महिला आयोग में एक अधिकारी ने बताया कि दो बार समन जारी किए जाने के बाद विश्वास के आयोग के समक्ष पेश नहीं होने पर हमने यह मामला पुलिस को सौंप दिया और हम इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए सक्षम प्राधिकार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, दिल्ली महिला आयोग उसके वहील द्वारा अदालत में दी गयी मौखिक दलीलों के संबंध में दो हफ्तों के अंदर एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगा।
महिला आयोग द्वारा अदालत में दलील पेश किए जाने के कुछ देर बाद ही आप नेताओं ने सिंह पर निशाना साधा और विश्वास की छवि खराब करने का आरोप लगाया। लेकिन सिंह ने कहा कि आप लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रही है।
आम आदमी पार्टी नेता कुमार विश्वास को दिल्ली महिला आयोग ने इस मामले में नोटिस भेजकर जवाब मांगा था जिसमे कुमार विश्वास नहीं गए थे। मामला के था कि मई महीने की शुरुआत में एक महिला ने पुलिस और दिल्ली महिला आयोग में शिकायत दर्ज करायी थी जिसमें कहा गया था कि कुछ लोग उनके और कुमार विश्वास के बीच अनैतिक सम्बन्ध होने की अफवाह उड़ाकर उन्हें बदनाम कर रहे हैं।
(इनपुट एजेंसी से भी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
कुमार विश्वास, आम आदमी पार्टी, दिल्ली महिला आयोग, दिल्ली हाई कोर्ट, बरखा शुक्ला सिंह, Kumar Vishwas, Aam Aadmi Party, Kumar Vishwas Controversy, Delhi Women Commission, Delhi High Court