कुडनकुलम:
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले में कुडनकुलम परमाणु बिजली परियोजना का विरोध कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने सोमवार को लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। तूतीकोरीन जिले में पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मुख्यमंत्री जयललिता ने मृतक के परिजनों के लिए पांच लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है।
उधर, केरल के पूर्व मुख्यमंत्री और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता वीएस अच्युतानंदन कुडनकुलम परमाणु विद्युत परियोजना का विरोध न करने के पार्टी रुख की अवहेलना कर तमिलनाडु में परियोजना स्थल का दौरा करने की बात कही है।
वहीं, गैर सरकारी संगठन ग्रीनपीस ने कहा है कि कुडनकुलम में परमाणु बिजली परियोजना का विरोध कर रहे लोगों के साथ है। वहां संयंत्र की स्थापना स्थानीय लोगों की सहमति से की जानी चाहिए।
तिरुनेलवेली जिले में कुडनकुलम परमाणु बिजली परियोजना के विरोध में पीपुल्स मूवमेंट अगेंस्ट न्यूक्लियर एनर्जी (पीएमएएनई) के नेतृत्व में आठ गांवों के करीब 8,000 प्रदर्शनकारी रविवार सुबह से ही प्रस्तावित परमाणु बिजली संयंत्र के पीछे कुडनकुलम में समुद्र किनारे धरने पर बैठे थे। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े, जिसके बाद कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी पथराव किया।
लाठी चार्ज के विरोध में तूतीकोरीन जिले में लोगों ने एक पुलिस चौकी पर हमला कर दिया, जहां पुलिस गोलीबारी में एक की मौत हो गई। तूतीकोरीन जिले के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "400 लोगों के एक समूह ने कुडनकुलम में प्रदर्शनकारियों पर किए गए लाठचार्ज के विरोध में यहां पुलिस चौकी पर हमला कर दिया। चौकी पर एक महिला कांस्टेबल सहित चार पुलिसकर्मी मौजूद थे।"
अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के हमले में महिला कांस्टेबल सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए, तब चौथे पुलिसकर्मी ने आत्मरक्षार्थ गोली चला दी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई।
उधर, केरल के पूर्व मुख्यमंत्री अच्युतानंदन ने पार्टी लाइन से अलग हटते हुए परियोजना स्थल का दौरा करने की बात कही है।
माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य अच्युतानंदन ने एक प्रमुख स्थानीय अखबार में एक लेख में प्रस्तावित संयंत्र की निंदा की है।
महिलाओं, बच्चों सहित हजारों प्रदर्शनकारी ग्रामीणों पर तमिलनाडु पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने की खबर आने के तत्काल बाद संवाददाताओं द्वारा पूछे जाने पर अच्युतानंदन ने कहा कि उन्होंने घटनास्थल का जल्द दौरा करने की योजना बनाई है।
इस बीच, गैर सरकारी संगठन ग्रीन पीस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ तमिलनाडु पुलिस द्वारा बल प्रयोग की निंदा की है। ग्रीन पीस की ओर से सोमवार को जारी बयान में कहा गया है, "परमाणु बिजली संयंत्र की शुरुआत सम्बंधित पक्षों की सहमति के बगैर नहीं होना चाहिए।
कुडनकुलम के मामले में स्थानीय ग्रामीण सबसे बड़ा पक्ष हैं। उनकी सहमति आवश्यक है। ग्रीन पीस इस लड़ाई में कुडनकुलम के लोगों के साथ खड़ा है।"
उल्लेखनीय है कि भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम यहां रूसी प्रौद्योगिकी की मदद से 1,000 मेगावाट के रिएक्टर का निर्माण कर रहा है। लेकिन स्थानीय नागरिक जापान में मार्च 2011 के भूकम्प में फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के दुर्घटनाग्रस्त होने के संदर्भ में अपनी सुरक्षा पर चिंता जताते हुए यहां संयंत्र लगाने का विरोध कर रहे हैं।
अधिकारियों ने घोषणा की थी कि संवर्धित यूरेनियम ईंधन 11 सितम्बर को दो परमाणु रिएक्टरों के पहले रिएक्टर में भरा जाएगा। प्रदर्शन के बाद संयंत्र के आसपास निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। संयंत्र स्थल के आसपास करीब 4,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।
उधर, केरल के पूर्व मुख्यमंत्री और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता वीएस अच्युतानंदन कुडनकुलम परमाणु विद्युत परियोजना का विरोध न करने के पार्टी रुख की अवहेलना कर तमिलनाडु में परियोजना स्थल का दौरा करने की बात कही है।
वहीं, गैर सरकारी संगठन ग्रीनपीस ने कहा है कि कुडनकुलम में परमाणु बिजली परियोजना का विरोध कर रहे लोगों के साथ है। वहां संयंत्र की स्थापना स्थानीय लोगों की सहमति से की जानी चाहिए।
तिरुनेलवेली जिले में कुडनकुलम परमाणु बिजली परियोजना के विरोध में पीपुल्स मूवमेंट अगेंस्ट न्यूक्लियर एनर्जी (पीएमएएनई) के नेतृत्व में आठ गांवों के करीब 8,000 प्रदर्शनकारी रविवार सुबह से ही प्रस्तावित परमाणु बिजली संयंत्र के पीछे कुडनकुलम में समुद्र किनारे धरने पर बैठे थे। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े, जिसके बाद कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर भी पथराव किया।
लाठी चार्ज के विरोध में तूतीकोरीन जिले में लोगों ने एक पुलिस चौकी पर हमला कर दिया, जहां पुलिस गोलीबारी में एक की मौत हो गई। तूतीकोरीन जिले के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "400 लोगों के एक समूह ने कुडनकुलम में प्रदर्शनकारियों पर किए गए लाठचार्ज के विरोध में यहां पुलिस चौकी पर हमला कर दिया। चौकी पर एक महिला कांस्टेबल सहित चार पुलिसकर्मी मौजूद थे।"
अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के हमले में महिला कांस्टेबल सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए, तब चौथे पुलिसकर्मी ने आत्मरक्षार्थ गोली चला दी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई।
उधर, केरल के पूर्व मुख्यमंत्री अच्युतानंदन ने पार्टी लाइन से अलग हटते हुए परियोजना स्थल का दौरा करने की बात कही है।
माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य अच्युतानंदन ने एक प्रमुख स्थानीय अखबार में एक लेख में प्रस्तावित संयंत्र की निंदा की है।
महिलाओं, बच्चों सहित हजारों प्रदर्शनकारी ग्रामीणों पर तमिलनाडु पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने की खबर आने के तत्काल बाद संवाददाताओं द्वारा पूछे जाने पर अच्युतानंदन ने कहा कि उन्होंने घटनास्थल का जल्द दौरा करने की योजना बनाई है।
इस बीच, गैर सरकारी संगठन ग्रीन पीस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ तमिलनाडु पुलिस द्वारा बल प्रयोग की निंदा की है। ग्रीन पीस की ओर से सोमवार को जारी बयान में कहा गया है, "परमाणु बिजली संयंत्र की शुरुआत सम्बंधित पक्षों की सहमति के बगैर नहीं होना चाहिए।
कुडनकुलम के मामले में स्थानीय ग्रामीण सबसे बड़ा पक्ष हैं। उनकी सहमति आवश्यक है। ग्रीन पीस इस लड़ाई में कुडनकुलम के लोगों के साथ खड़ा है।"
उल्लेखनीय है कि भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम यहां रूसी प्रौद्योगिकी की मदद से 1,000 मेगावाट के रिएक्टर का निर्माण कर रहा है। लेकिन स्थानीय नागरिक जापान में मार्च 2011 के भूकम्प में फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के दुर्घटनाग्रस्त होने के संदर्भ में अपनी सुरक्षा पर चिंता जताते हुए यहां संयंत्र लगाने का विरोध कर रहे हैं।
अधिकारियों ने घोषणा की थी कि संवर्धित यूरेनियम ईंधन 11 सितम्बर को दो परमाणु रिएक्टरों के पहले रिएक्टर में भरा जाएगा। प्रदर्शन के बाद संयंत्र के आसपास निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। संयंत्र स्थल के आसपास करीब 4,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।
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