गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के कार्यक्रम में कहा कि हमारी नीति आंतकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करने की है और एनएसजी इसमें अहम भूमिका निभाती है. जो लोग देश को तोड़ना चाहते हैं और शांति भंग करना चाहते हैं उन्हें एनएसजी की मौजूदगी का डर होना चाहिए. अगर इसके बाद वो लोग नहीं रुकते हैं तो यह एनएसजी की जिम्मेदारी है कि वह उनसे मुकाबला करे और उन्हें परास्त करे. शाह ने कहा कि हम पूरी दुनिया में शांति चाहते हैं. 10,000 सालों के हमारे इतिहास में भारत ने कभी किसी पर हमला नहीं किया. बावजूद इसके हम किसी को अपनी शांति भंग करने की इजाजत नहीं देंगे और जो भी कोई भी हमारे जवानों की जान लेगा उसे भारी कीमत चुकानी होगी.
शाह ने रविवार को पश्चिम बंगाल के राजारहाट में एनएसजी के 29वें स्पेशल कंपोजिट ग्रुप कॉम्पलेक्स का उद्घाटन किया. गृह मंत्री ने कहा कि मुंबई हमलों के बाद देश ने एनएसजी के नेटवर्क का विस्तार करने का फैसला किया. एनएसजी ने धीरे-धीरे पूरे देश में अपनी मौजूदगी साबित की है.
गृह मंत्री ने कहा, "हम आपको अच्छी सुविधाएं दे सकते हैं, सरकार आपके परिवार की जरूरतों का ध्यान रख सकती है, हम आपको आधुनिक उपकरण और प्रौद्योगिकी दे सकते हैं लेकिन जंग बहादुरी से जीती जाती है, उपकरणों से नहीं." उन्होंने कहा, "युद्ध बहादुरी से जीता जाता है, साजो-सामान या हथियार तो सिर्फ इसमें भूमिका निभाते हैं. साजो-सामान और प्रौद्योगिकी कभी बहादुरी की जगह नहीं ले सकते हैं."
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शाह ने कहा कि पांच साल के अंदर NSG ने भारत सरकार से जो अपेक्षाएं रखी हैं, वो सारी की सारी अपेक्षाओं की पूर्ति मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार सुनिश्चित रूप से करेगी. NSG ने अपनी स्थापना से आज तक अपने जवानों के सर्वोच्च बलिदान से न केवल सरकार बल्कि देश और दुनिया में और विशेषकर भारतीय जनता के बीच भरोसा अर्जित करने में बड़ी सफलता हासिल की है.
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