कानून मंत्री किरेन रिजीजू ने सेवानिवृत्त न्यायाधीशों पर टिप्पणी के लिए वकीलों के एक समूह द्वारा उनकी आलोचना किए जाने के कुछ दिनों बाद शनिवार को खुद का समर्थन करने संबंधी एक बयान ट्विटर पर साझा किया. रिजीजू ने संकेत गुप्ता के एक ट्वीट को रीट्वीट किया. गुप्ता ने ट्विटर पर खुद को उच्चतम न्यायालय का अधिवक्ता बताया है.
गुप्ता ने बयान साझा करते हुए कहा, ‘‘हम माननीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू सर द्वारा दिए गए बयान का समर्थन करते हैं. कृपया इसे प्रचारित करें.
बयान में कहा गया है, ‘‘हम, अधोहस्ताक्षरी, कानूनी पेशे के नियमित और सक्रिय पेशेवर हैं. हमने मीडिया में आने वाली खबरों को पढ़ा है और कुछ वकीलों ने एक बयान जारी कर रिजीजू की उन टिप्पणियों की निंदा की है कि तीन-चार सेवानिवृत्त न्यायाधीश भारत विरोधी बयान दे रहे हैं.''
गौरतलब है कि रिजीजू ने 18 मार्च को दावा किया था कि ‘‘भारत विरोधी गिरोह का हिस्सा'' बन चुके कुछ सेवानिवृत्त न्यायाधीश और कुछ कार्यकर्ता कोशिश कर रहे हैं कि भारतीय न्यायपालिका विपक्षी दल की भूमिका निभाए.
पिछले सप्ताह उच्चतम न्यायालय में वकालत कर रहे 62 वरिष्ठ अधिवक्ताओं सहित 300 से अधिक वकीलों ने रिजीजू की टिप्पणियों की निंदा करते हुए एक बयान जारी किया था.
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