अपहरण बिहार (Bihar) में और फिरौती मुंबई (Mumbai) से मांगी गई. दरअसल बिहार पुलिस (Police) की सूचना पर मुंबई की कांदिवली पुलिस ने फोन कर धमकाने वाले को पकड़कर बिहार पुलिस के हवाले किया है. मिली जानकारी के अनुसार, बिहार के चंपारण जिले से 14 अक्टूबर को 7 साल के एक बच्चे को अगवा किया गया था. 19 अक्टूबर को अगवा बच्चे के बड़े भाई को फोन कर बदले में 20 लाख रुपये की मांग की गई. पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई. धनहा पुलिस ने मामला दर्ज कर तहकीकात शुरू की. धनहा थाने के एएसआई प्रमोद कुमार पाठक के मुताबिक, फिरौती के लिए आए फोन के जरिए उन्हें अपराध में शामिल बाकी के आरोपियों की जानकारी मिली.
धनहा पुलिस ने सबसे पहले बिहार और उत्तर प्रदेश में छिपे तीन अपहरणकर्ताओं को पकड़कर मासूम को छुड़ाया और मुंबई के आरोपी की लोकेशन कांदिवली पुलिस को देकर मदद मांगी. कांदिवली पुलिस थाने के पीआई विजय कांदलगांवकर ने बताया कि सूचना मिलते ही थाना इंचार्ज रवी अडाने ने पुलिस अधिकारी सूर्यकांत पवार के नेतृत्व में एक टीम बनाकर कांदिवली के लालजी पाड़ा इलाके में भेजी, जहां पुलिस टीम ने फिरौती के लिए फोन करने वाले आरोपी रियासुदीन अंसारी को गिरफ्तार कर उसका फोन जब्त कर लिया.
आगरा बस अपहरण मामले का सरगना गिरफ्तार, रासुका लगाया जाएगा
रियासुदीन को बिहार पुलिस के हवाले कर दिया गया है. धनहा पुलिस के मुताबिक, बिहार में पकड़े गए तीन आरोपियों के नाम खान मुहम्मद अंसारी, अलाउदीन अंसारी और मुस्लिम अंसारी हैं. अगवा किए गए बच्चे को बिहार-उत्तर प्रदेश सीमा पर रहने वाले मुस्लिम अंसारी ने जंगल में छिपा रखा था. पीड़ित परिवार आरोपियों को पहचानता है. आरोपियों ने बताया कि वो कर्ज में डूबे हुए थे. उन्हें पैसों की जरूरत थी. चूंकि अगवा किए गए बच्चे के पिता दुबई में काम करते हैं तो उन्हें लगा कि उनके पास खूब पैसे हैं और डर कर आसानी से फिरौती दे देंगे.
VIDEO: मुंबई पुलिस का दावा- कारोबारी के अपहरण की गुत्थी सुलझी
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं