कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व शिक्षा मंत्री किमाने रत्नाकर के दफ्तर पर राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की टीम जांच के लिए पहुंची है. बताया जा रहा है कि मंगलुरु बम धमाके के आरोपी मोहम्मद शारिक के तीर्थहल्ली स्थित एक बिल्डिंग को रत्नाकर ने लीज पर लिया था. जानकारी के मुताबिक शारिक ने अपनी संपत्ति हाशिम को बेची थी. हाशिम ने संपत्ति खरीदी और उससे किमाने रत्नाकर ने मकान लीज पर लिया. 10 लाख रुपये का डिपॉजिट कर 1 हज़ार रुपये महीने के किराए पर हाशिम से रत्नाकर ने मकान 2015 में किराए पर लिया था. जिसका वो अपने दफ्तर के तौर पर इस्तेमाल करते है. शारिक नवंबर में मंगलुरु में चलते हुए ऑटो में हुए बम धमाके का मुख्य आरोपी है.
इस धमाके में मोहम्मद शारिक गंभीर रूप से झुलस गया था. 19 नवंबर को जब यह धमाका हुआ तब वह ऑटोरिक्शा में जा रहा था. इस धमाके में ऑटो चालक भी झुलस गया था. शारिक और उसके साथी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से कथित रूप से प्रभावित थे और टेलीग्राम मैसेजिंग एप के माध्यम से इससे जुड़े थे.
ये भी पढ़ें- चंडीगढ़ शहर पर फैसला देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने शहर के इतिहास और विरासत को उकेरा
पुलिस ने यह भी कहा था कि भारत से बाहर बैठे उनके 'हैंडलरों' ने बम बनाने का तरीके की जानकारी देने के लिए उन्हें दस्तावेज भेजे थे. उन्होंने बताया था कि दस्तावेज का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने बम बनाया और शिवमोगा जिले में स्थित तुंगा नदी के किनारे इसका परीक्षण किया थाय पुलिस ने कहा था कि उनकी मंशा पूरे कर्नाटक में बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की थी. शारिक फिलहाल एनआईए की हिरासत में है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं