जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) पुलिस के एक अधिकारी को रविवार को श्रीनगर में आतंकवादियों (Terrorists) ने गोली मार दी. हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस निरीक्षक मसरूर अहमद वानी ईदगाह मैदान में स्थानीय बच्चों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे, तभी आतंकवादियों ने उन्हें गोली मार दी. घायल अधिकारी को अस्पताल ले जाया गया है.
उन्होंने बताया कि डॉक्टर वानी का इलाज कर रहे हैं और उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है. उन्होंने बताया कि वानी को आंख, पेट और हाथ पर नजदीक से तीन गोलियां मारी गई हैं. वह जिला पुलिस लाइन में तैनात थे.
कश्मीर जोन की पुलिस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर कहा, ‘‘आतंकवादियों ने श्रीनगर के ईदगाह के पास पुलिस निरीक्षक मसरूर अहमद पर गोलीबारी कर उन्हें घायल कर दिया. उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इस अपराध में पिस्तौल का इस्तेमाल किया गया. इलाके की घेराबंदी की गई है.''
अरनिया में पाकिस्तान ने किया था संघर्ष विराम का उल्लंघन#Terrorists fired upon & injured Inspector Masroor Ahmad near Eidgah, Srinagar. He was immediately shifted to hospital for treatment. Preliminary #investigation reveals that a pistol was used in this #terror crime. Area cordoned off, case registered.@JmuKmrPolice
— Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) October 29, 2023
फरवरी 2021 में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते के बाद इस सप्ताह अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सबसे बड़े संघर्ष विराम उल्लंघन के बाद यह घटना हुई है. अरनिया सेक्टर में बिना किसी उकसावे के गोलीबारी और मोर्टार हमले में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया था. गुरुवार को रिहायशी इलाकों में मोर्टार के गोले गिरने के बाद दर्जनों ग्रामीण अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे.
विदेशी आतंकवादियों की भूमिका पर बैठक में हुई थी चर्चाश्रीनगर स्थित 15 कोर के मुख्यालय में बुधवार को जम्मू-कश्मीर के शीर्ष अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों की बैठक हुई थी. बैठक में कश्मीर में विदेशी आतंकवादियों की भूमिका चर्चा के बड़े बिंदुओं में से एक थी.
इस साल मारे गए 46 आतंकवादियों में से 37 पाकिस्तानीआधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल जम्मू-कश्मीर में मारे गए 46 आतंकवादियों में से 37 पाकिस्तानी थे और केवल नौ स्थानीय थे. केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद के 33 वर्षों में यह पहली बार है कि जब मारे गए विदेशी आतंकवादियों की संख्या स्थानीय आतंकवादियों की तुलना में चार गुना अधिक है. गृह मंत्रालय के मुताबिक, घाटी में इस समय करीब 130 आतंकवादी सक्रिय हैं और इनमें से आधे विदेशी हैं.
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