कानपुर:
केन्द्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल का कहना है कि अन्ना हजारे के जन लोकपाल आन्दोलन का असर उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर नहीं पड़ेगा क्योंकि कांग्रेस खुद भ्रष्टाचार के खिलाफ है। और जो राजनीतिक पार्टियां अन्ना के आंदोलन का राजनीतिक लाभ लेने के लिये उनका समर्थन कर रही है चुनाव आने पर उनका मुगालता दूर हो जाएगा। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रभारी श्रीप्रकाश जायसवाल ने सोमवा को से एक विशेष बातचीत में कहा कि कांग्रेस पार्टी की अध्यक्षा सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह खुद भ्रष्टाचार के खिलाफ है। अगर ऐसा न होता तो सरकार देश में आरटीआई का गठन न करती। आज केवल आरटीआई के कारण देश में हुये कितने घोटालों की पोल खुल रही है और ऊंचे-ऊंचे पदों पर बैठे लोग इसी की वजह से जेल जा रहे है और उन्हें अपने पद से भी हटना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार की मंशा देश से भ्रष्टाचार के खात्मे की न होती तो वह लोकपाल बिल पर एक स्थायी समिति का गठन न करती। लेकिन चूंकि लोकपाल बिल पास करना एक संवैधानिक प्रक्रिया के अन्तर्गत आता है इसलिए इसमें थोड़ा समय तो लगेगा क्योंकि सरकार भी एक ऐसा कठोर लोकपाल बिल लाना चाहती है जिससे देश में भ्रष्टाचार रूपी नासूर का खात्मा हो जाएं। उन्होंने अन्ना हजारे से अनुरोध किया कि वह समाज के अपने लोगो को स्थायी समिति के पास भेजे ताकि आपसी सहमति से एक ऐसा कठोर लोकपाल बिल बनकर सामने आयें जिससे देश में भ्रष्टाचार पूरी तरह से समाप्त हो सकें।