विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को श्रीलंका के विदेश मंत्री एमयूएम अली साबरी के साथ श्रीलंका की आर्थिक स्थिति में सुधार करने के तरीकों और द्विपक्षीय व्यापार संबंधों सहित अन्य विषयों पर लंबी चर्चा की. गौरतलब है कि पिछले साल जब श्रीलंका गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा था, उस वक्त भारत ने उसे करीब चार अरब अमेरिकी डॉलर की आर्थिक सहायता दी थी, जिसमें खाद्य पदार्थ और ईंधन खरीदने के लिए ‘लाइन ऑफ क्रेडिट' (एक प्रकार का साख ऋण) भी शामिल था. यही नहीं, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से श्रीलंका को 2.9 अरब अमेरिकी डॉलर की सहायता राशि पाने में भारत ने संस्था को गारंटी भी दी.
जयशंकर ने ट्वीट किया है, ‘‘श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी के साथ बातचीत अच्छी रही. रायसीना डॉयलाग 2023 में उनकी भागीदारी के लिए धन्यवाद.''उन्होंने कहा, ‘‘हमने अपने सहयोग की समीक्षा की जिसका लक्ष्य श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाना है. चर्चा में निवेश, व्यापार और विकास साझेदारी पर बात हुई.''साबरी ने भी इस बैठक को ‘उपयोगी' बताया.
Nice to catch up FM @alisabrypc of Sri Lanka. Thank him for his #RaisinaDialogue2023 participation.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) March 4, 2023
We took stock of our cooperation that is focused on facilitating Sri Lanka's economic recovery. Discussions covered investment, trade and development partnership. pic.twitter.com/31qYBNPN49
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने नई दिल्ली की अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से हैदराबाद हाउस में मुलाकात की. हमारे बीच उपयोगी द्विपक्षीय बातचीत हुई और हमने भारत-श्रीलंका संबंधों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की.'' साबरी रायसीना डॉयलाग 2023 में हिस्सा लेने के लिए नई दिल्ली में थे. जयशंकर ने कनाडा की विदेश मंत्री मेलेनी जॉली, स्लोवाकिया के विदेश मंत्री रास्तिस्लाव कासेर और अर्मेनिया के विदेश मंत्री अरारात मिर्जोयान से भी द्विपक्षीय वार्ता की.
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