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जयपुर में दर्दनाक हादसा, सेप्टिक टैंक में सोने-चांदी की तलाश में उतारे 4 सफाईकर्मी की मौत

मजदूरों को तुरंत महात्मा गांधी हॉस्पिटल ले जाया गया. वहां पहुंचने पर डॉक्टर ने अंबेडकर नगर निवासी संजीव पाल, हिमांशु सिंह, रोहित पाल और सुल्तानपुर निवासी अर्पित यादव को मृत घोषित कर दिया गया. अजय चौहान और राजपाल को RUHS अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अमित पाल और सूरजपाल को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.

जयपुर में दर्दनाक हादसा, सेप्टिक टैंक में सोने-चांदी की तलाश में उतारे 4 सफाईकर्मी की मौत
टैंक में केमिकल युक्त पानी और जहरीली गैस की आशंका थी.
जयपुर:

जयपुर में सोमवार को एक सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान चार सफाईकर्मियों की जहरीली गैस से मौत हो गई. जबकि दो अन्य को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. ये हादसा जयपुर के सीतापुरा इंडस्ट्रियल एरिया का है.  जानकारी के अनुसार ये मजदूर अचल ज्वैल्स प्राइवेट लिमिटेड की फैक्ट्री में सेप्टिक टैंक की सफाई करने के लिए उतरे थे. बताया जा रहा है कि मजदूरों को लालच और दबाव में सेप्टिक टैंक में उतारा गया था. ये टैंक 10 फीट गहरा था.

आखिर कैसे हुआ ये हादसा

  • आरोप है कि कंपनी ने मजदूरों को अतिरिक्त भुगतान का लालच देकर टैंक में उतारा था.
  • मजदूर पहले मना कर चुके थे.
  • क्योंकि टैंक में केमिकल युक्त पानी और जहरीली गैस की आशंका थी.
  • सबसे पहले अमित और रोहित टैंक में उतरे और थोड़ी ही देर में बेहोश हो गए.
  • उन्हें बचाने के लिए छह और साथी संजीव, मुकेश, अजय, राजपाल, सूरज और अर्पित भी टैंक में उतरे, लेकिन सभी गैस की चपेट में आ गए.

तुरंत हॉस्पिटल पहुंचाया गया

महात्मा गांधी हॉस्पिटल पहुंचने पर अंबेडकर नगर निवासी संजीव पाल, हिमांशु सिंह, रोहित पाल और सुल्तानपुर निवासी अर्पित यादव को मृत घोषित कर दिया गया. अजय चौहान और राजपाल को RUHS अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अमित पाल और सूरजपाल को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.

दरअसल फैक्ट्री में ज्वैलरी रिफाइनिंग के दौरान गिरने वाले सोने-चांदी के महीन कण टैंक में जमा हो जाते हैं. इन्हीं की रिकवरी के लिए हर साल टैंक की सफाई कराई जाती है. लेकिन इस बार सुरक्षा इंतजाम नदारद थे न मास्क, न ऑक्सीजन सपोर्ट और न गैस डिटेक्टर था. अचल ज्वैल्स के मालिक के खिलाफ मजदूरों और सामाजिक संगठनों ने गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं. हादसे के बाद FSL की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि कौन सी गैस हादसे की वजह बनी. ADM साउथ, SDM सांगानेर और तहसीलदार भी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच शुरू की गई.

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