चेन्नई:
आय से अधिक संपत्ति मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट से बरी होने के बाद तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने कहा कि वो कोर्ट के फैसले से खुश हैं। उन्होंने कहा, न्याय व सच की जीत हुई और उन लोगों को मुंह की खानी पड़ी जो मुझे और मेरे गुरु एमजीआर को बदनाम करना चाहते थे।
जयललिता ने कहा, मैं सोने की तरह आग में तपकर कुंदन बनकर उभरी हूं। उन्होंने कहा, 'मैं इसे अपनी जीत के रूप में नहीं देख रही हूं, बल्कि यह सच्चाई की जीत है, तमिलनाडु के लोगों की जीत है।' उन्होंने तमिलनाडु के लोगों को उन पर भरोसा दिखाने के लिए शुक्रिया कहा।
जयललिता ने डीएमके पर आरोप लगाते हुए कहा, 'वो चुनाव में नहीं जीत पाए तो दूसरे तरीकों से मेरा करियर खत्म करने की साजिश रची गई। आखिरकार सच की जीत हुई।'
इससे पहले आय से अधिक संपत्ति के मामले में तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता को कर्नाटक हाईकोर्ट ने बड़ी राहत देते हुए बरी कर दिया। जज ने अपना यह फैसला मात्र 10 सेकंड में सुना दिया। फैसला आते ही जयललिता के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई और वे जश्न मनाने लगे। फैसले के बाद तमिलनाडु की कैबिनेट में भी खुशी की लहर दौड़ गई और वहां जश्न मनने लगा।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयललिता को कर्नाटक हाईकोर्ट द्वारा बरी किए जाने पर बधाई दी है। अन्नाद्रमुक की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, 'माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुराताची तलैवी अम्मा से बात की और उन्हें अपनी बधाई दी।'
बताया जाता है कि मोदी और जयललिता के बीच दोस्ताना संबंध हैं। जयललिता ने जब 2011 में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी, तब मोदी उस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। वहीं अगले वर्ष जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे तब अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता ने उस कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।
इसके अलावा ऐसी भी संभावना जताई जा रही है कि जयललिता के बरी होने के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम जल्द ही पद से इस्तीफा दे सकते हैं और वह एक बार फिर राज्य की मुख्यमंत्री बन सकती हैं।
स्पेशल कोर्ट ने उन्हें और तीन अन्य को इसी मामले में दोषी करार देते हुए 4 साल की सजा सुनाई थी, लेकिन हाईकोर्ट ने फैसले को पलटते हुए सभी आरोपियों को बरी कर दिया।
फैसले के बाद जयललिता के वकील बी. कुमार ने जानकारी दी कि पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला साबित नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, अब जयललिता के फिर से मुख्यमंत्री बनने में कोई अड़ंगा नहीं है।
जयललिता ने कहा, मैं सोने की तरह आग में तपकर कुंदन बनकर उभरी हूं। उन्होंने कहा, 'मैं इसे अपनी जीत के रूप में नहीं देख रही हूं, बल्कि यह सच्चाई की जीत है, तमिलनाडु के लोगों की जीत है।' उन्होंने तमिलनाडु के लोगों को उन पर भरोसा दिखाने के लिए शुक्रिया कहा।
जयललिता ने डीएमके पर आरोप लगाते हुए कहा, 'वो चुनाव में नहीं जीत पाए तो दूसरे तरीकों से मेरा करियर खत्म करने की साजिश रची गई। आखिरकार सच की जीत हुई।'
इससे पहले आय से अधिक संपत्ति के मामले में तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता को कर्नाटक हाईकोर्ट ने बड़ी राहत देते हुए बरी कर दिया। जज ने अपना यह फैसला मात्र 10 सेकंड में सुना दिया। फैसला आते ही जयललिता के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई और वे जश्न मनाने लगे। फैसले के बाद तमिलनाडु की कैबिनेट में भी खुशी की लहर दौड़ गई और वहां जश्न मनने लगा।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयललिता को कर्नाटक हाईकोर्ट द्वारा बरी किए जाने पर बधाई दी है। अन्नाद्रमुक की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, 'माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुराताची तलैवी अम्मा से बात की और उन्हें अपनी बधाई दी।'
बताया जाता है कि मोदी और जयललिता के बीच दोस्ताना संबंध हैं। जयललिता ने जब 2011 में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी, तब मोदी उस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। वहीं अगले वर्ष जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे तब अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता ने उस कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।
इसके अलावा ऐसी भी संभावना जताई जा रही है कि जयललिता के बरी होने के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम जल्द ही पद से इस्तीफा दे सकते हैं और वह एक बार फिर राज्य की मुख्यमंत्री बन सकती हैं।
स्पेशल कोर्ट ने उन्हें और तीन अन्य को इसी मामले में दोषी करार देते हुए 4 साल की सजा सुनाई थी, लेकिन हाईकोर्ट ने फैसले को पलटते हुए सभी आरोपियों को बरी कर दिया।
फैसले के बाद जयललिता के वकील बी. कुमार ने जानकारी दी कि पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला साबित नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, अब जयललिता के फिर से मुख्यमंत्री बनने में कोई अड़ंगा नहीं है।
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