गगनयान मिशन के पहले चरण का सफल परीक्षण, ISRO चीफ ने बताया- क्यों हुई लॉन्चिंग में देरी

इसरो ने महज आधे घंटे में तकनीकी गड़बड़ी को दूर कर इतिहास रच दिया है. गगनयान मिशन (Mission Gaganyan First Phase Launching) के सफलतापूर्वक लॉन्चिंग के बाद इसरो चीफ ने खुशी जाहिर की है.

ISRO ने अपने महत्वाकांक्षी मिशन गगनयान के पहले चरण का उड़ान परीक्षण (Mission Gaganyan First Trial Successful) सफलतापूर्वक कर लिया है. गगनयान के क्रू मॉड्यूल की लॉन्चिंग आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से हुई. पहले ट्रायल सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर होना था लेकिन कंप्यूटर की गड़बड़ी की वजह से प्रक्षेपण से कुछ समय पहले ही इसे रोक दिया गया था. इसरो ने महज आधे घंटे में तकनीकी गड़बड़ी को दूर कर इतिहास रच दिया है. गगनयान मिशन के सफलतापूर्वक लॉन्चिंग के बाद इसरो चीफ ने खुशी जाहिर की. पहले तकनीकी गड़बड़ी की वजह से उड़ान को रोक दिया गया था. हालांकि सिर्फ आधे घंटे में गड़बड़ी को ठीक कर लिया गया.

ऐसे बंगाल की खाड़ी में लैंड हुआ गगनयान मिशन

श्रीहरिकोटा से उड़ान भरने के बाद गगनयान ने बंगाल की खाड़ी में लैंडिंग की. उड़ान भरने के बाद सबसे पहले  टेस्ट व्हीकल क्रू मॉड्यूल और क्रू एस्केप सिस्टम को आसमान में लेकर गया और फिर 594 किमी की रफ्तार के साथ क्रू मॉड्यूम और क्रू एस्केप सिस्टम 17 किमी. की ऊंचाई पर अलग हुआ. इसके बाद पानी से ढाई किमी. की ऊंचाई पर मॉड्यूल के मुख्य पैराशूट खुलने के साथ ही इसकी लैडिंग बंगाल खाड़ी में हो गई. अब यहीं से क्रू मॉड्यूल और एस्केप सिस्टम की रिकवरी होगी. इसरो के इस परीक्षण का मकसद 2025 के लिए गगनयान मिशन को तैयार करना है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि अगर गगनयान मिशन के दौरान कोई भी गड़बड़ी होती है तो अंतरिक्ष यात्रियों को कैसे सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा. 

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इसरो चीफ ने जताई खुशी और वैज्ञानिकों को दी बधाई

इसरो चीफ एस सोमनाथ ने कहा, "मुझे गगनयान टीवी-डी1 मिशन की सफलता का ऐलान करते हुए बहुत खुशी हो रही है."उन्होंने कहा कि हमने फिर से इतिहास रच दिया है. उन्होंने इस मिशन के पले चरण की सफलता के लिए सभी वैज्ञानिकों को बधाई दी.
 

सिर्फ आधे घंटे में ठीक की मिशन की गड़बड़ी

कंप्यूटर की गड़बड़ी ठीक किए जाने के बाद इसरो की तरफ से ट्वीट कर कहा गया था कि गगनयान के टीवी-डी1 लॉन्च को रोकने के कारण की पहचान कर उसे ठीक कर लिया गया है. अब प्रक्षेपण सुबह 10 बजे होगा. इससे पहले लॉन्च होल्ड होते ही इसरो चीफ एस सोमनाथ ने कहा था,' लिफ्ट-ऑफ की कोशिश आज नहीं हो सकी.मिशन की पहली टेस्टिंग आज सुबह 8 बजे होनी थी लेकिन खराब मौसम की वजह से इसका टाइम बदलकर 8:45 कर दिया गया था. इंजन सही तरीके से प्रज्वलित नहीं हो सका. अब यह पता लगाया जा रहा है कि क्या गलत हुआ.  उन्होंने कहा कि रॉकेट के साथ लगाया गया व्हीकल सुरक्षित है. अब यह देखने की जरूरत है कि आखिर क्या हुआ. उन्होंने कहा कि हम जल्द वापस आएंगे. कंप्यूटर से लॉन्च रोक दिया है. जो भी गड़बड़ी है उसको हम ठीक करेंगे और जल्द ही लॉन्च शेड्यूल करेंगे. जिसके बाद आधे घंटे के भीतर ही गड़बड़ी को ठीक कर मिशन के पहले चरण को लॉन्च कर दिया गया.

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