
- भारत में एक सप्ताह के भीतर इस्लामिक स्टेट के दो पैन इंडिया मॉड्यूल्स का खुलासा
- मसूद अजहर, तारिक मसूद, तारिक जमील और जाकिर नाइक कट्टरपंथी भाषणों के जरिए युवाओं का ब्रेनवॉश किया जा रहा
- दोनों ISIS मॉड्यूल पाकिस्तान के हैंडलरों द्वारा संचालित हैं जो सिग्नल ऐप पर भड़काऊ वीडियो और संदेश फैलाते हैं
क्या भारत में इस्लामिक स्टेट तेजी पैर पसार रहा है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि भारत में एक हफ्ते के अंदर इस्लामिक स्टेट ऑफ ईराक एंड सीरिया यानी ISIS के 2 मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है. ये दोनों ही ISIS के पैन इंडिया मॉड्यूल हैं. खास बात है कि ये दोनों मॉड्यूल खिलाफत मॉडल और गजवा ए हिंद के एजेंडे पर काम कर रहे थे. जब यह पैटर्न नजर आ रहा है तो उससे एक कदम आगे बढ़कर सवाल उठता है कि आतंक के वो कौन से चेहरे हैं, जिनकी तकरीरों को सुनाकर भारत के युवाओं को जिहाद के लिए तैयार किया जा रहा है.
दरअसल इसके पीछे चार चेहरे नजर आते हैं- मसूद अजहर, तारिक मसूद, तारिक जमी़ल और जाकिर नाइक.
- मौलाना मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है.
- तारिक मसूद पाकिस्तानी देवबंदी का स्कॉलर और प्रीचर है.
- तारिक जमील पाकिस्तान का इस्लामिक धर्मगुरु और तब्लीगी जमानत सदस्य है.
- जाकिर नाइक भारतीय इस्लामिक प्रीचर और इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन का अध्यक्ष है.
अब इन्हीं कट्टरपंथियों के वीडियो दिखाकर युवाओं का ब्रेनवाश किया जा रहा है. जांच एजेंसियों ने दोनों मॉड्यूल की जांच में ये बड़ा खुलासा किया है.
मॉड्यूल को पाकिस्तान हैंडलर चला रहे
ISIS के इन दोनों मॉड्यूल को पाकिस्तान के हैंडलर चला रहे हैं. ये सिग्नल नाम के ऐप पर युवाओं को जोड़ते हैं. इस ऐप पर ग्रुप बनाकर कहा जाता है कि भारत में मुसलमानों के साथ जुल्म हो रहा. उन्हें हिंसा के लिए उकसाया जाता है. कहा जाता है कि जब तक सहोगे, ऐसे ही चुप रहोगे तो कयामत आएगी. कट्टपंथियों के वीडियो ग्रुप में शेयर किए जाते है. फिर ग्रुप में जो मेंबर ऐसे वीडियो और भड़काऊ बातों में दिलचस्पी दिखाता है, उससे पाकिस्तानी हैंडलर ऐप के जरिए ही वन टू वन बात करना शुरू कर देता है, यानी सीधे बात करता है.
भारत में सामने आए ISIS के 2 मॉड्यूल
पहला मॉड्यूल का खुलासा दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने झारखंड, तेलंगाना, बेंगलुरु, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में छापेमारी कर किया है. इस मॉड्यूल में असहर दानिश, आफताब कुरैशी, सुफियान अबूबकर खान, मोहम्मद हुजैफ यामन और कमरान कुरैशी पकड़े गए हैं. इनके पास से बड़ी मात्रा में हथियार और केमिकल बम बनाने का सामान मिला. ये आतंकी टारगेट किलिंग और धार्मिक स्थल पर हमला करने की फिराक में थे.
ISIS का दूसरा मॉड्यूल आंध्र प्रदेश के विजयनगरम से जुड़ा है. इसे लेकर NIA ने देशभर के 8 राज्यों के 16 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस केंद्रीय एजेंसी ने आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, झारखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र और दिल्ली में छापेमारी की. इस छापेमारी में बड़ी मात्रा में डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज बरामद हुए. छापे में मिले डिजिटल सबूतों से खुलासा हुआ कि सिराज और समी़र नाम के दो संदिग्ध आतंकी युवाओं को इंस्टाग्राम, फेसबुक, टेलीग्राम, सिग्नल और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए भड़काते थे.
सोशल मीडिया ग्रुप में कट्टरपंथियों के वीडियो पाकिस्तान का हैंडलर शेयर करता था. सिराज और समीर, दोनों को NIA पहले ही विजयनगरम से गिरफ्तार कर चुकी है. इनके पास से भी केमिकल बम बनाने का सामान बरामद हुआ था. इस मामले में सबसे पहले एक आरोपी आरिफ हुसैन उर्फ अबू तालिब को 27 अगस्त 2025 को गिरफ्तार किया था. वह सऊदी अरब के रियाद भागने की कोशिश कर रहा था. जांच में सामने आया कि वह अपने सहयोगियों के साथ नेपाल बॉर्डर से हथियार सप्लाई कराने की साजिश रच रहा था.
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