कार्ति चिदंबरम को पूछताछ के लिए सीबीआई मुंबई लेकर आ गई है.
नई दिल्ली:
INX मीडिया रिश्वत कांड में गिरफ़्तार पूर्व वित्त मंत्री के बेटे कार्ति चिदंबरम को लेकर सीबीआई मुंबई की उस जेल में पहुंच गई जहां इंद्राणी मुखर्जी क़ैद हैं. सीबीआई कार्ति और इंद्राणी को आमने सामने बैठाकर पूछताछ करना चाह रही है. मुंबई की भायखला महिला जेल में इंद्राणी को एक अलग कमरे में ले आया गया है और पूछताछ के दौरान किसी को भी कमरे में जाने की इजाज़त नहीं है. इंद्राणी अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के मामले में जेल में बंद है.
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सीबीआई का कहना है कि INX मीडिया रिश्वत मामले में अवैध लेन-देन के पुख़्ता सबूत उसके पास है और अगर कार्ति को जमानत दी जाती है तो वो इन सबूतों से छेड़छाड़ कर सकते हैं. जबकि कार्ति की तरफ से वकालत करते हुए अभिषेक मनु सिंधिवी ने इसे बदले की कार्रवाई बताया था. कार्ति पर 2007 में अपने पिता पी चिदंबरम के वित्त मंत्री रहते वक़्त आईएनएक्स मीडिया कंपनी को 305 करोड़ रुपये विदेशी फंड दिलवाने में मदद करने का आरोप है जिसके एवज में उन्हें रिश्वत मिली थी.
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क्या है मामला
वर्ष 2017 के मई महीने में प्रवर्तन निदेशालय, यानी एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने कार्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि वर्ष 2007 में जब कार्ति के पिता पी चिदम्बरम केंद्रीय वित्तमंत्री थे. तब 300 करोड़ रुपये से ज़्यादा का विदेशी निवेश हासिल करने की खातिर INX मीडिया को फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) की मंज़ूरी देने में अनियमितता बरती गई थी.
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इस मामले में कार्ती पर 10 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था.इसके अलावा INX मीडिया द्वारा किए गए कथित गैरकानूनी भुगतानों की जानकारी के आधार पर CBI ने भी कार्ति चिदम्बरम तथा अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
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सीबीआई का कहना है कि INX मीडिया रिश्वत मामले में अवैध लेन-देन के पुख़्ता सबूत उसके पास है और अगर कार्ति को जमानत दी जाती है तो वो इन सबूतों से छेड़छाड़ कर सकते हैं. जबकि कार्ति की तरफ से वकालत करते हुए अभिषेक मनु सिंधिवी ने इसे बदले की कार्रवाई बताया था. कार्ति पर 2007 में अपने पिता पी चिदंबरम के वित्त मंत्री रहते वक़्त आईएनएक्स मीडिया कंपनी को 305 करोड़ रुपये विदेशी फंड दिलवाने में मदद करने का आरोप है जिसके एवज में उन्हें रिश्वत मिली थी.
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वर्ष 2017 के मई महीने में प्रवर्तन निदेशालय, यानी एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने कार्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि वर्ष 2007 में जब कार्ति के पिता पी चिदम्बरम केंद्रीय वित्तमंत्री थे. तब 300 करोड़ रुपये से ज़्यादा का विदेशी निवेश हासिल करने की खातिर INX मीडिया को फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) की मंज़ूरी देने में अनियमितता बरती गई थी.
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इस मामले में कार्ती पर 10 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था.इसके अलावा INX मीडिया द्वारा किए गए कथित गैरकानूनी भुगतानों की जानकारी के आधार पर CBI ने भी कार्ति चिदम्बरम तथा अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
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