INS बेतवा 3850 टन का जहाज़ है
मुंबई:
मुंबई के डॉकयार्ड पर युद्धपोत INS बेतवा को मरम्मत के बाद समंदर में उतारा जा रहा था कि तभी वह फिसल गया. यह जानकारी नौसेना के प्रवक्ता डीके शर्मा ने दी है. योद्धपोत पर सवार 14 लोगों को हल्की चोटें आई हैं और उन्हें बचा लिया गया, वहीं चालक दल के दो सदस्यों की मौत हो गई है.
3850 टन का यह जहाज़ नौसेना के डॉकयार्ड पर खड़ा हुआ था और उसकी मरम्मत चल रही थी. इसके बाद उसे समंदर में दोबारा उतारा जा रहा था कि तभी यह घटना हुई.
स्थिति के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि 126 मीटर लंबा और 3850 टन भारी पोत गोदी से बाहर निकलते वक्त एक तरफ इतना झुक गया कि उसका आगे का खंभा जमीन से जा टकराया_
पोत को मरम्मत के लिए गोदी में लाया गया था और वापस जल में जाते वक्त पूरा पोत एक तरफ झुक गया. पोत का मुख्य खंभा भी टूट गया. प्रवक्ता ने बताया कि दो नौसेना कर्मियों की मौत हो गई जबकि 15 अन्य घायल हैं जिसमें से एक की हालत गंभीर है.
ब्रहमपुत्र श्रेणी का मिसाइल वाहक युद्धपोत (एफ 39) आईएनएस बेतवा दिन में करीब एक बजकर 50 मिनट पर मरम्मत के दौरान गोदी के ब्लॉक में फिसल गया.
इस पोत का नाम बेतवा नदी के नाम पर रखा गया है और यह 12 साल से अधिक समय से सेवा में है.
बता दें कि INS बेतवा, पश्चिमी नौसेना कमांड के अहम युद्धपोत में से एक हैं और यह उरान एंटी-शिप मिसाइल, बराक 1 और टारपीडो से लैस है. 2011 से लेकर अब तब किसी भारतीय युद्धपोत की बड़ी दुर्घटना होने का यह तीसरा मामला है.
(इनपुट भाषा से भी...)
3850 टन का यह जहाज़ नौसेना के डॉकयार्ड पर खड़ा हुआ था और उसकी मरम्मत चल रही थी. इसके बाद उसे समंदर में दोबारा उतारा जा रहा था कि तभी यह घटना हुई.
स्थिति के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि 126 मीटर लंबा और 3850 टन भारी पोत गोदी से बाहर निकलते वक्त एक तरफ इतना झुक गया कि उसका आगे का खंभा जमीन से जा टकराया_
पोत को मरम्मत के लिए गोदी में लाया गया था और वापस जल में जाते वक्त पूरा पोत एक तरफ झुक गया. पोत का मुख्य खंभा भी टूट गया. प्रवक्ता ने बताया कि दो नौसेना कर्मियों की मौत हो गई जबकि 15 अन्य घायल हैं जिसमें से एक की हालत गंभीर है.
ब्रहमपुत्र श्रेणी का मिसाइल वाहक युद्धपोत (एफ 39) आईएनएस बेतवा दिन में करीब एक बजकर 50 मिनट पर मरम्मत के दौरान गोदी के ब्लॉक में फिसल गया.
इस पोत का नाम बेतवा नदी के नाम पर रखा गया है और यह 12 साल से अधिक समय से सेवा में है.
बता दें कि INS बेतवा, पश्चिमी नौसेना कमांड के अहम युद्धपोत में से एक हैं और यह उरान एंटी-शिप मिसाइल, बराक 1 और टारपीडो से लैस है. 2011 से लेकर अब तब किसी भारतीय युद्धपोत की बड़ी दुर्घटना होने का यह तीसरा मामला है.
(इनपुट भाषा से भी...)