विज्ञापन

इंडिगो संकटः हवाई अड्डे पर अटकी मां, घर पर तड़प रहा मासूम... कनाडा से आई महिला की दर्दभरी दास्तां

महिला ने बताया कि वह अपने छोटे से बच्चे को पहली बार मां के पास छोड़कर आई थी. लेकिन सूरत एयरपोर्ट पर लगातार दो दिन फ्लाइटें रद्द होती रहीं. उसे जनरल टिकट लेकर ट्रेन से मुंबई आना पड़ा.

इंडिगो संकटः हवाई अड्डे पर अटकी मां, घर पर तड़प रहा मासूम... कनाडा से आई महिला की दर्दभरी दास्तां
  • कनाडा से एक महीने पहले ही लौटी महिला सूरत एयरपोर्ट पर इंडिगो की विमानबंदी की वजह से फंस गई
  • महिला ने बताया कि वह पहली बार अपने छोटे बच्चे को मां के पास छोड़कर आई थी, जाने की कोई दूसरी फ्लाइट नहीं थी
  • महिला ने बताया कि वह जनरल टिकट लेकर ट्रेन में बैठी. TTE से एसी कोच में खड़े होने भर के लिए मिन्नतें करनी पड़ीं
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

इंडिगो की ठप उड़ानों की कई दर्दभरी कहानियां सामने आ रही हैं. कहीं कोई अपनों की शादी में शरीक नहीं हो पाया तो कोई अपने किसी खास को आखिरी विदाई नहीं दे पाया. कोई हवाई अड्डे पर ही फूट-फूटकर रोने लगा तो कोई अपना गुस्सा एयरपोर्ट कर्मियों पर निकालने लगा. इस बीच एक महिला ने अपनी दर्दभरी आपबीती बताई है, जिसे सुनकर किसी का भी दिल रो पड़ेगा. 

महिला ने भावुक होते हुए बताया कि वह एक महीने पहले ही कनाडा से लौटी है. उसका एक छोटा सा बच्चा है, जिसे वह पहली बार अपनी मां के पास छोड़कर आई थी. लेकिन सूरत एयरपोर्ट पर लगातार दो दिन तक फ्लाइटें कैंसिल होती रहीं. इसकी वजह से उसे विशाखापट्टनम जाने की कोई फ्लाइट नहीं मिल पाई. 

महिला ने बताया कि उसने काफी प्रयास किए कि किसी तरह से फ्लाइट की टिकट बुक हो जाए. उसने दूसरी जगहों से भी ट्राई किया, लेकिन टिकट नहीं मिला. महिला के मुताबिक, उसने काउंटर पर पूछा कि वह भारत में कहीं और भी जा सकती हो तो बताएं, लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ. 

महिला ने बताया कि मां के घर पर उसका बच्चा परेशान था. इधर मैं हवाई अड्डे पर अटकी हुई थी, उधर मेरा बच्चा परेशान था क्योंकि मैं उसे पहली बार अकेला छोड़कर आई थी. मुझे क्या पता था, मैं यहां फंस जाऊंगी. मैं पैसे खर्च करने के लिए तैयार थी. लेकिन मेरे घर के लिए कोई दूसरी फ्लाइट ही नहीं थी. बहुत कोशिशों के बाद भी जब फ्लाइट की टिकट नहीं मिली तो मैंने ट्रेन से जाने का फैसला किया. लेकिन ट्रेनें भी फुल थीं. 

महिला ने आगे बताया कि ऐसी स्थिति में मैंने ट्रेन का जनरल टिकट लेकर जाने का फैसला किया. मैं जनरल टिकट लेकर ट्रेन में चढ़ गई. मुझे टीटी के आगे हाथ जोड़ने पड़े कि मुझे एसी कोच में खड़े होने भर की जगह दे दें. महिला ने कहा कि उनके लिए यह सब आसान नहीं था. वह एक महीने पहले ही विदेश से भारत आई थी और आते ही मुसीबत का ये पहाड़ टूट पड़ा. महिला ने कुछ रूट्स पर सिर्फ एक ही एयरलाइंस की फ्लाइट होने पर भी नाराजगी जताई. 

ये भी देखें- मनमाने किराए पर ब्रेक, सरकार ने फिक्स कर दिया टिकटों का रेट, रिफंड-रीशेड्यूलिंग चार्जेस पर भी निर्देश
 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com