डायमंड क्रूज में फंसी एक भारतीय महिला के पिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी बेटी को जहाज से बाहर निकालने की अपील की हैं. दिनेश ठक्कर ने अपने पत्र में कहा कि उनकी बेटी सोनाली ठक्कर को एक छोटे से कमरे में रखा गया है और इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं है.
ठक्कर ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा, "मैं दिनेश ठक्कर भारत का नागरिक होने के नाते पत्र के माध्यम से आपके सामने यह मुद्दा रख रहा हूं. मेरी बेटी सोनाली ठक्कर दिसंबर 2019 से डायमंड प्रिंसेस क्रूज पर काम कर रही है. शिप को योकोहामा में रखा गया क्योंकि उसके मौजूद यात्री कोरोना वायरस से संक्रमित है.
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— Dinesh Thakkar (@Dineshjthakkar) February 21, 2020
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उन्होंने आगे लिखा, "मेरी बेटी कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं है. उसे पिछले 15 दिनों से एक छोटे से कमरे में रखा गया हैं. मैं भारत सरकार से अपील करता हूं कि वह मेरी बेटी को भारत वापस लाने में मदद करे.''
उन्होंने कहा कि मेरी बेटी की जान खतरे में हैं क्योंकि वह कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के साथ क्रूज में है.
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सोनाली ठक्कर ने एनडीटीवी से बातचीत में जहाज में फंसे भारतीय और उसको निकालने में हो रही देरी को लेकर भारत सरकार से सवाल किया था. इस बीच, भारतीय दूतावास ने कहा कि डायमंड क्रूज में सवार आठ भारतीय नागरिकों की स्थिति में सुधार हो रहा हैं.
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