विज्ञापन
This Article is From Apr 29, 2019

Indian General Election, 2019 : राजस्थान में चौथे चरण का मतदान कांग्रेस के लिए भी बड़ा सिरदर्द

राजस्थान विधानसभा चुनाव हुए करीब 6 महीने हो गए हैं और इस बीच करीब 13 निर्दलीय विधायक कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं.  वहीं बीजेपी से नाराज होकर नई पार्टी बनाने वाले हनुमान बेनीवाल ने फिर से बीजेपी के साथ गठबंधन कर लिया है. हनुमान बेनीवाल जातिगत समीकरणों के हिसाब से खासा महत्व रखते हैं. अब देखने वाली बात यह है कि इस बदले हुए राजनीतिक परिदृश्य में वोटरों का रुख किस ओर रहता है. 

Indian General Election, 2019 :  राजस्थान में चौथे चरण का मतदान कांग्रेस के लिए भी बड़ा सिरदर्द
लोकसभा चुनाव 2019 : चौथे चरण के मतदान जारी है (प्रतीकात्मक फोटो)
नई दिल्ली:

राजस्थान की 25 में से 13 सीटों पर लोकसभा चुनाव (Indian General Election, 2019) के चौथे चरण के लिए आज मतदान हो रहा है. ये सीटें बीजेपी के लिए चुनौती हैं तो कांग्रेस के लिए भी किसी सिरदर्द से कम नही हैं. साल 2004 से यह एक ट्रेंड चला जा आर रहा है कि जिसने भी  विधानसभा का चुनाव जीता है उसको लोकसभा चुनाव में सफलता मिली है. बीते साल दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस राज्य में सरकार जरूर बनाने में कामयाब रही है, लेकिन बीजेपी ने पूरे राज्य में कांग्रेस को कड़ी टक्कर दी है. वह भी सत्ता विरोधी लहर का सामना करते हुए.  दोनों ही पार्टियों के वोट शेयर में भी ज्यादा अंतर नहीं है. आज जिन 13 सीटों पर लोकसभा चुनाव हो रहा है अगर उनके वोट प्रतिशत को विधानसभा चुनाव के हिसाब से से देखें तो बीजेपी के कुल कांग्रेस से 2 प्रतिशत से ज्यादा हैं. अगर इस वोट प्रतिशत को सीटों में बदले तो कांग्रेस में हिस्से में सिर्फ तीन और बीजेपी के पास कुल 10 सीटें जा सकती हैं.  इसके बाद अगर पांचवें चरण की बात करें तो जिन 12 सीटों पर मतदान होगा वहां कांग्रेस के वोट बीजेपी से 3 प्रतिशत ज्यादा हैं. इनको सीटों में बदले तो  कांग्रेस को यहां 9 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं. हालांकि राजस्थान विधानसभा चुनाव हुए करीब 6 महीने हो गए हैं और इस बीच करीब 13 निर्दलीय विधायक कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं.  वहीं बीजेपी से नाराज होकर नई पार्टी बनाने वाले हनुमान बेनीवाल ने फिर से बीजेपी के साथ गठबंधन कर लिया है. हनुमान बेनीवाल जातिगत समीकरणों के हिसाब से खासा महत्व रखते हैं. अब देखने वाली बात यह है कि इस बदले हुए राजनीतिक परिदृश्य में वोटरों का रुख किस ओर रहता है. 

वोट डालने पहुंचे कन्हैया कुमार ने विरोधियों पर ऐसे बोला हमला, कहा- बेगूसराय को बदनाम करने...

गौरतलब है कि साल 2014 के चुनाव में बीजेपी ने सभी 25 सीटें जीत ली थीं. लेकिन उसके बाद सीएम वसुंधरा राजे की सरकार के खिलाफ लोगों का कई मामलों को लेकर गुस्सा बढ़ता चला गया. पद्मावत विवाद, अलवर कांड जैसे कई मुद्दों को राज्य सरकार ठीक से मैनेज नहीं कर पाई और इसके बाद राज्य में दो सीटों पर हुए लोकसभा उपचुनाव भी बीजेपी हार गई.  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए सचिन पायलट ने कई मुद्दों को लेकर आंदोलन किया और इसका असर जमीन पर हुआ. कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनता गया. लेकिन ऐसा भी नहीं था कि सीएम वसुंधरा राजे की सरकार ने आसानी से मान ली हो. जहां सभी एग्जिट पोल राजस्थान में बीजेपी की करारी हार की ओर संकेत दे रहे थे वहीं बीजेपी को 75 सीटें मिल गईं. बात करें एनडीटीवी पोल ऑफ पोल्स की तो राजस्थान में बीजेपी को 19 और कांग्रेस को 6 सीटें मिल रही हैं. 

राजस्थान की जोधपुर सीट से लड़ रहे हैं सीएम के बेटे वैभव गहलोत​

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
PM मोदी जन्मदिन विशेष: जब नरेंद्र मोदी ने मां से नजदीकियों और अपने बचपन को याद कर सबको कर दिया था भावुक
Indian General Election, 2019 :  राजस्थान में चौथे चरण का मतदान कांग्रेस के लिए भी बड़ा सिरदर्द
"तरंग शक्ति" मित्र देशों के बीच सहयोग और आपसी विश्वास बनाने का एक माध्यम : राजनाथ सिंह
Next Article
"तरंग शक्ति" मित्र देशों के बीच सहयोग और आपसी विश्वास बनाने का एक माध्यम : राजनाथ सिंह
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com