नए बन रहे हबीबगंज स्टेशन की प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
अगले साल जनवरी तक भारत को 'हवाई अड्डे जैसे सुविधाओं से लैस' दो रेलवे स्टेशन मिलने की संभावना जताई जा रही है. दरअसल, ये देश के पहले दो ऐसे रेलवे स्टेशन होंगे जहां हवाई अड्डे ऐसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. जिन रेलवे स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा उनमें मध्यप्रदेश का हबीबगंज और गुजरात का गांधीनगर स्टेशन शामिल हैं. रेलवे बोर्ड के अनुसार इन दोनों रेलवे स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने का यह काम रेलवे के एक लाख करोड़ रुपये की कुल लागत के स्टेशन पुनर्विकास कार्यक्रम का हिस्सा है. रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार हबीबगंज स्टेशन का काम इस साल दिसंबर तक हो जाएगा जबकि गांधीनगर स्टेशन का काम अगले साल जनवरी तक पूरा हो जाएगा.
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भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम ( आईआरएसडीसी ) के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ एस के लोहिया ने कहा कि पुनर्विकसित गांधीनगर स्टेशन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. लोहिया ने कहा कि इन स्टेशनों के रखरखाव और राजस्व उत्पन्न करने की पूरी जिम्मेदारी आईआरएसडीसी की होगी और हमें यह सुनिश्वित करना होगा कि ये स्टेशन राजस्व आधिक्य हों और यह इस सीमा तक हो कि उसका निवेश स्टेशन के रखरखाव और विकास में किया जा सके.
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उन्होंने कहा कि एक बार पूरी तरह तैयार होने के बाद हबीबगंज रेलवे स्टेशन के रखरखाव का खर्च चार से पांच करोड़ रुपये होगा. हबीबगंज स्टेशन के पुनर्विकास की परियोजना 450 करोड़ रुपये की परियोजना होगी जिसमें से 100 करोड़ रुपये स्टेशन के पुनर्विकास पर और 350 करोड़ रुपये वाणिज्यिक विकास पर खर्च होंगे.
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लोहिया के अनुसार गांधीनगर स्टेशन का सिविल कार्य का 42 प्रतिशत पहले ही पूरा हो गया है और यह जनवरी 2019 में वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन के लिए समय से तैयार हो जाएगा. (इनपुट भाषा से)
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भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम ( आईआरएसडीसी ) के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ एस के लोहिया ने कहा कि पुनर्विकसित गांधीनगर स्टेशन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. लोहिया ने कहा कि इन स्टेशनों के रखरखाव और राजस्व उत्पन्न करने की पूरी जिम्मेदारी आईआरएसडीसी की होगी और हमें यह सुनिश्वित करना होगा कि ये स्टेशन राजस्व आधिक्य हों और यह इस सीमा तक हो कि उसका निवेश स्टेशन के रखरखाव और विकास में किया जा सके.
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उन्होंने कहा कि एक बार पूरी तरह तैयार होने के बाद हबीबगंज रेलवे स्टेशन के रखरखाव का खर्च चार से पांच करोड़ रुपये होगा. हबीबगंज स्टेशन के पुनर्विकास की परियोजना 450 करोड़ रुपये की परियोजना होगी जिसमें से 100 करोड़ रुपये स्टेशन के पुनर्विकास पर और 350 करोड़ रुपये वाणिज्यिक विकास पर खर्च होंगे.
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लोहिया के अनुसार गांधीनगर स्टेशन का सिविल कार्य का 42 प्रतिशत पहले ही पूरा हो गया है और यह जनवरी 2019 में वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन के लिए समय से तैयार हो जाएगा. (इनपुट भाषा से)
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