मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) के रावण वाले बयान पर जवाब दिया है. गहलोत ने चूरू के तारानगर में महंगाई राहत कैंप के दौरान गजेंद्र सिंह शेखावत हमला बोला. गहलोत ने कहा, "रावण रूपी अशोक गहलोत को हमें खत्म करना है. मैं इसका भी स्वागत करता हूं. भाई हम तो रावण हैं. आप मर्यादा पुरुषोत्तम राम की तरह व्यवहार तो करो. उन्हें गरीब लोगों का पैसा डूब गया है. उनको दिला दो हम मान जाएंगे कि आप राम के फॉलोअर हैं. हम रावण के फॉलोअर हैं."
गहलोत ने कहा कि बीजेपी कर्नाटक में बुरी तरह से हार रही है इसलिए ये लोग बौखला गए हैं. यह बौखलाहट वाली भाषा बोल रहे हैं. शेखावत ने मुझे रावण बताया है जनता को तय करना है कि मैं रावण हूं या प्रथम जनसेवक. जिस तरह से शेखावत मंत्री बोले हैं उनसे कहना चाहता हूं कि दो ढाई लाख लोगों को लूट लिया है उन्होंने और उनके दोस्तों ने एक साथ मिलकर कई कंपनियां बनाई ब्याज का लालच देकर ढाई लाख लोगों को लूट लिया. मेरे पास वो लोग आए थे. उनकी आंखों में आंसू आ गए थे. बूढ़े बूढ़े लोग थे किसी के 25 लाख किसी का 50 लाख किसी का एक करोड़ रूपया लूट लिया गया केंद्रीय मंत्री शेखावत के सभी दोस्त जेल में बैठे हैं."
'गरीबों का पैसा वापस दिलाएं'
मुख्यमंत्री ने कहा, "केंद्रीय मंत्री को चिंता होनी चाहिए कि उन लोगों को पैसे कैसे वापस दिलाएं. केंद्रीय मंत्री बहुत बड़ा पद होता है. इस पद पर तुम बैठे हुए हो अब बता दीजिए कि वह खुद एसओजी का मुलजिम बन गए हैं. जांच के अंदर गजेंद्र सिंह शेखावत को एसओजी ने दोषी माना है. मुझ पर दिल्ली में मानहानि का केस कर दिया. मैंने उसका भी स्वागत किया चलो अच्छा है. इसी बहाने सरकार व जुडिशरी का ध्यान उन्हें गरीब परिवारों की तरफ जाएगा जिनका रुपया डूब गया है."
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