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This Article is From Sep 09, 2020

कोई भी मोड़ ले सकता है भारत और चीन के बीच का मौजूदा गतिरोध : सूत्र

दक्षिण पैंगोंग की (South Pangong) जमीनी स्थिति को लेकर अधिकारियों ने च‍िंता तो जताई लेकिन उनका मानना है कि अभी जंग जैसे हालात नहींं बने हैं.

कोई भी  मोड़ ले सकता है भारत और चीन के बीच का मौजूदा गतिरोध : सूत्र
लद्दाख संघर्ष के बाद भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ा है
नई दिल्ली:

India-china Border Dispute: भारत और चीन के बीच जारी मौजूदा गतिरोध कोई भी मोड़ ले सकता है. सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने NDTV से यह बात कही. यह बात करते हुए उन्‍होंने स्‍थानीय या आरपार के संघर्ष की आशंका से इनकार नहीं किया. हालांकि कूटनीतिक और सैन्‍य स्‍तर की बातचीत की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. दोनों पक्षों के बीच कमांडर स्‍तर की बातचीत के लिए सहमति बनी है हालांकि इसकी तारीख अभी तय नहीं हुई है. दक्षिण पैंगोंग की (South Pangong) जमीनी स्थिति को लेकर अधिकारियों ने च‍िंता तो जताई लेकिन उनका मानना है कि अभी जंग जैसे हालात नहींं बने हैं.

इसके साथ ही यह भी माना जा रहा है कि पूर्वी लद्दाख में चीन की पोजीशन को शीर्ष स्‍तर के कमांडरों द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है, स्‍थानीय स्‍तर के कमांडरों द्वारा नहीं. NDTV को यह भी पता चला है कि भारतीय सेना ने पिछले कुछ दिनों में पैंगोंग लेक के उत्‍तरी किनारे पर फिंगर 4 के आसपास अपनी स्थिति मजबूत की है. अच्‍छी खासी तैनाती के साथ भारतीय सैनिक फिंगर 4 इलाके में इस समय 'बढ़त' की स्थिति में हैं. इसका जवाब देने के लिए चीन को अपनी तैनाती 6 हजार मीटर या करीब 19700 फीट की ऊंचाई पर करनी होगी जो कि सैन्‍य लिहाज से बेहद चुनौतीपूर्ण होगा. फिंगर 4 पर भारत और चीन के सैनिक इस समय कुछ सौ मीटर की दूरी पर हैं.

महत्वपूर्ण यह है कि दक्षिण पैंगोंग में तैनात भारतीय सैनिकों को इस बात की इजाजत दे दी गई है कि अगर चीनी सैनिक उनकी पोस्ट के करीब आते हैं तो वो इसका माकूल जवाब दे सकते हैं. यह वही इलाका है जहां भारतीय सेना ने एलएसी को एकतरफा तौर पर बदलने के चीन के प्रयास को नाकाम किया था. सूत्रों ने बुधवार को NDTV से बातचीत में कहा कि अगर ऊंचाई पर स्थित हमारी सुरक्षा को 'छेड़ा' गया तो भारत करारा जवाब देगा.

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गौरतलब है कि हाल में चीन की ओर से लाइन ऑफ एक्‍चुअल कंट्रोल (LAC) पर उकसाने वाले कदम उठाए गए हैं. सरकार से जुड़े शीर्ष सूत्रों ने कहा, 'अब हम किसी भी तरह से तैयारी में कमतर (अंडरप्रिपेयर्ड) नहीं हैं.' अधिकारियों ने कहा, चीनी अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए कुछ न कुछ करने की कोशिश करेंगे. उनकी यह कार्रवाई शीर्ष स्‍तर से नियंत्रित होती है न कि स्‍थानीय कमांडर स्‍तर पर. सूत्र कहते हैं, 'हम समझ नहीं पा रहे, चीनी इतने अधिक फ्रंट पर सामने क्‍यों आ रहा है.' सेना ने अपनी पोजीशन पर कंटीले तार लगाए हैं. यदि चीन ने इसे पार करने की कोशिश की तो यह 'रेड लाइन' क्रॉस करने जैसा होगा.

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सूत्रों ने कहा, फिंगर 4 पर भारतीय सेना इस समय ऊंचाई पर चीन के खिलाफ 'बढ़त' की स्थिति में है. यह पोस्‍ट पैंगोंग लेक (Pangong lake) के उत्‍तरी किनारे पर स्थित है. दो सप्‍ताह से अधिक समय से चीन की कार्रवाई पैंगोंग लेक के दक्षिण किनारे पर ही केंद्रित रही है. इस समय पूर्वी लद्दाख में तैनात 50 हजार चीनी सैनिकों में से पांच से सात हजार दक्षिण पैंगोंग के आसपार डेरा जमाए हुए हैं. इस स्‍थान की फिंगर फोर के सैनिकों से दूरी कुछ सौ मीटर ही है.

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