पुलवामा (Pulwama Terror Attack) में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान (Pakistan) की सरजमीं पर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर भारत की कार्रवाई को अमेरिका ने जायज ठहराया है. सूत्रों के मुताबिक, जैश के आतंकी कैंपों पर भारतीय वायुसेना के हवाई हमले के फैसले का अमेरिका ने समर्थन किया है. समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है कि जैश के आतंकी कैंपों पर भारत की कार्रवाई को लेकर बुधवार की देर रात राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो की टेलीफोनिक बातचीत हुई और इस दौरान अमेरिका ने भारत के फैसला का समर्थऩ किया.
दरअसल, सूत्रों ने जानकारी दी है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोवाल तथा अमेरिकी विदेशमंत्री माइक पॉम्पियो ने बुधवार देर रात फोन पर बातचीत की है. माइक पॉम्पियो ने कहा कि पाकिस्तानी धरती पर जैश-ए-मोहम्मद के कैम्प पर कार्रवाई करने के भारत के फैसले का अमेरिका समर्थन करता है.
Sources: NSA Ajit Doval and US Secretary of State Mike Pompeo had a telephonic conversation late last night. Pompeo said that the US supported India's decision to take action against JeM terror camp on Pakistani soil pic.twitter.com/9u5jx8GE9X
— ANI (@ANI) February 28, 2019
इससे पहले भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव से चिंतित अमेरिका ने बुधवार को परमाणु शक्ति संपन्न दोनों देशों से तनाव कम करने के लिये तुरंत कदम उठाने की अपील की. उसने आगाह किया कि आगे से किसी भी ओर से की गई सैन्य कार्रवाई से दोनों देशों के लिये जोखिम की आशंका अस्वीकार्य रूप से बहुत ज्यादा है. 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में एक आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था.
समाचार एजेंसी एएनआई ने मुताबिक, अमेरिका ने पाक को चेतावनी देते हुए कहा कि सीमा पार आतंकवाद और सीआरपीएफ पर हुआ हमला इलाके की सुरक्षा के लिए चुनौती है. हम पाकिस्तान को फिर याद दिलाते हैं कि वह UNSC में किए गए वादे को निभाए और आतंकवाद को पनाह न दे. अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान को सीमा पार सैन्य गतिविधि को रोकने और स्थिरता की वापसी के कहा है. अमेरिका ने दोनों देशों से हालात को सामान्य करने के लिए कदम उठाने को कहा है. आगे की सैन्य गतिविधि स्थिति को और खराब कर देगी.
दरअसल, 14 फरवरी को पुलवामा में हुए एक आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थें. हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. भारत ने इसके अगले दिन ही सेना को खुली छूट देने की बात कही थी और पाकिस्तान से 'मोस्ट फेवरेट नेशन' दर्जा वापस ले लिया था. इसके बाद घाटी में हुए सर्च ऑपरेशन में जैश के कई आतंकवादी मारे गए थें. 26 फरवरी की रात में वायु सेना ने अपने असैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंप को ध्वस्त कर दिया था. भारत के इस कार्रवाई को पूरी दुनिया ने समर्थन किया.
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