कानपुर के रहने वाले 17 साल के आयुष शर्मा को दुनिया के मशहूर
मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी में (एमआईटी) में जगह मिली है। आयुष को इसके साथ ही एक करोड़ की स्कॉलरशिप मिली है, जिसमें उनकी ट्यूशन फीस शामिल है। वहीं रहने का निकालने खर्च के लिए आयुष सोशल मीडिया पर एक कैंपेन चलाने की सोच रहे हैं और उन्हें उम्मीद है फंड मिल जाएगा।आयुष के पिता पेशे से मेकेनिक हैं और उनकी मां सीआरपीएफ से रिटायर्ड कॉन्स्टेबल हैं। यह किशोर इंडिया में शिक्षा प्रणाली सुधारने के लिए एक दिन मदद करना चाहता है। वह कहते हैं, 'मैं उन तीन लोगों में से हूं, जिन्हें भारत से एमआईटी के लिए चुना गया है। मैं बहुत खुश हूं।'
भौतिकी के प्रति आयुष का जुनून जबर्दस्त है। वह कानपुर के केंद्रीय विद्यालय के टॉपर हैं। दो साल पहले उन्होंने आईआईटी ग्रैजुएट्स की ओर से संचालित कोचिंग में जाना शुरू किया था। अवन्ती लर्निंग सेंटर नाम के इस कोचिंग में उन गरीब बच्चों को पढ़ाया जाता है, जो अपनी ट्यूशन के खर्च खुद नहीं उठा सकते।
वह कहते हैं, 'अवन्ती लर्निंग सेंटर में पढ़ाई के दौरान मुझे विदेश में पढ़ाई का विचार आया।' ग्रेजुएट होने पर वह अपने परिवार के पहले सदस्य होंगे जिसके पास कॉलेज की डिग्री होगी। उनका छोटा भाई अपनी 10वीं क्लास में पढ़ता है।
साल 2014 में इस कोचिंग के जरिये आयुष को दो हफ्ते के लिए समर कोर्स पर येल जाने का मौका मिला। आयुष का कहना है कि यहां सबसे बड़ी बाधा इंग्लिश थी। आयुष ने कहा, 'अंग्रेजी एक ऐसी चीज़ है जिसे मैं किसी और से नहीं सीख सकता। यहां वैसे लोग नहीं थे, जिनसे मैं अंग्रेजी में बात कर सकता था। ऐसे में मैंने खुद से बात करना शुरू किया और धीरे-धीरे खुद को दुरुस्त किया।'
आयुष की मां मंजु शर्मा कहती है, 'ईश्वर का आशीर्वाद है कि हमारा बेटा अब पढ़ने विदेश जाएगा। आयुष की अमेरिकी में सितंबर से क्लास शुरू होगी।
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