हिमाचल और पंजाब के बीच टैक्सी विवाद बढ़ गया है. प्रदेश में कुछ शरारती तत्वों द्वारा पंजाब की गाड़ियों को निशाना बनाया जा रहा है, और गाड़ियों में तोड़फोड़ करने के साथ ही ड्राइवरों के साथ मारपीट की जा रही है। जिसको लेकर अब पंजाब के ड्राइवरों ने हिमाचल जाने से मना कर दिया है। पंजाब में भी हिमाचल की गाड़ियों को रोका जा रहा है। जिससे हिमाचल प्रदेश जाने वाले टैक्सी चालकों के साथ-साथ पर्यटकों को भी परेशानी हो रही है। इन घटनाओं के बाद जहां हिमाचल के कारोबार पर भी बड़ा असर पड़ रहा है। वही पंजाब के टैक्सी चालकों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। हिमाचल सरकार मंत्री अनिरुद्ध सिंह से मिले हिमाचल के टैक्सी ऑपरेटर औऱ विवाद सुलझाने की मांग उठाई
टैक्सी चालकों के लिए बनने चाहिए सख्त नियम
मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने अभी हाल में ही शिमला के टैक्सी चालक की पंजाब के 2 युवकों द्वारा की गई हत्या के मामले में कहा कि प्रदेश में टैक्सी चालकों सहित सवारियों के लिए सख्त कानून बनना चाहिए और इसे सख्ती से लागू किया जाना चाहिए, जिसमें टैक्सी चालक की तो पहचान जरूरी है ही, साथ में टैक्सी में सफर करने वाले यात्री का भी पूरी पहचान व आधार कार्ड संबंधित यूनियन के पास होना चाहिए, ताकि इस तरह की घटना न हो और टैक्सी में सफर करने वालों की पूरी जानकारी दूसरे चालक व यूनियन के पास हो.
हिमाचल सरकार में पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि टैक्सी ऑपरेटर का विवाद बड़ा नही है. सरकार इसको सुलझाने के लिए बात करेगी. शिमला के टैक्सी चालक का मर्डर दुखद घटना है. दोनों प्रदेशों को आपसी सौहार्द के साथ आगे बढ़ना चाहिए.
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