महाकुंभ भगदड़ के बाद मेला प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार समेत अलग अलग राज्य सरकारों ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. इन हेल्पलाइन नंबरों पर मृतकों और घायलों की जानकारी ली जा सकती है. इसके साथ ही भगदड़ में बिछड़े लोगों के परिजनों को अपनों से मिलाने के लिए भी महाकुंभ में इंतजाम किए गए हैं. बुधवार तड़के मौनी अमवस्या के स्नान के दौरान अखाड़ा मार्ग पर मची भगदड़ में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जबकि 90 के लोग घायल हैं. जानिए अलग अलग राज्य सरकारों ने क्या हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं...
हेल्पलाइन नंबर
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कोई खो गया हो तो क्या करें?
महाकुंभ मेले में अगर कोई खो गया है तो घबराने की जरूरत नहीं है. जगह-जगह कंप्यूटराइज्ड सेंटर खोले गए हैं. वहां जाकर आप खोये व्यक्ति की जानकारी दे सकते हैं. आपकी जानकारी के आधार पर ही मौजूद कर्मचारी आपकी मदद कर सकेंगे.
मेले के लगभग सभी क्षेत्र में जगह- जगह पर लाउड स्पीकर लगाए गए हैं. जहां लगातार उन लोगों के लिए अनाउंसमेंट होती रहती है, जो भीड़ में अपने परिवार वालों सो बिछड़ गए हैं. ऐसे में अगर आपका कोई अपना बिछड़ गया है, तो लाउडस्पीकर पर होने वाली अनाउंसमेंट को ध्यान से सुनें.
जगह-जगह पुलिस स्टेशन बने हैं
आपकी मदद के लिए मेले क्षेत्र में पुलिस स्टेशन बनाए गए हैं. आपको स्टेशन पर जाकर पूरी बात बतानी है. आप संबंधित व्यक्ति की जानकारी दें, पुलिस आपकी मदद करेगी.
आप खोया-पाया डिपार्टमेंट में जाएं, संबंधित व्यक्ति की फोटो दें, ऐसे में वहां मौजूद अधिकारी या पुलिसकर्मी LED की मदद से भी आपके संबंधित व्यक्ति की तलाश करने में मदद करेगा.
मेले में जाने से पहले रखें इन बातों का ध्यान
- महाकुंभ में जाने से पहले अपने रिश्तेदारों के नंबर, आधार कार्ड, अपनी फोटो, लेकर जाएं.
- अगर बड़े-बुजुर्ग जा रहे हों, तो उन्हें पर्ची या डायरी में मोबाइल नंबर लिख कर दे दें.
- साथ ही साथ गांव/ कस्बा/ शहर का पूरा नंबर लिख दें, ताकि पुलिस को खोजने में आसानी हो.
आपको बता दें कि महाकुंभ में बुधवार सुबह उस समय भगदड़ मच गई, जब श्रद्धालु और संत पवित्र स्नान के लिए संगम की ओर बढ़ रहे थे. टेंट सिटी में श्रद्धालुओं की अचानक उमड़ी भीड़ के कारण अफरा-तफरी मच गई. कथित तौर पर उनमें से कुछ ने 'संगम' तक पहुंचने के लिए बैरिकेड्स तोड़ दिए, जिससे वहां भगदड़ मच गई. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संगम तट पर एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हुआ. हम राज्य सरकार की ओर से हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक मृतक के परिवार को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा करते हैं. न्यायिक आयोग इस मामले की जांच करेगा. पूरे मामले की जांच कर आयोग समय सीमा के अंदर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपेगा.
मुख्य सचिव और डीजीपी प्रयागराज जाएंगे और आगे होने वाले स्नान के साथ सभी मुद्दों को देखेंगे. सीएम योगी ने कहा कि भगदड़ में 90 से ज्यादा लोग गंभीर या सामान्य रूप से घायल हुए है. 30 लोगों की जान चली गई है. वहीं 36 श्रद्धालुओं का इलाज चल रहा है, शेष घायलों को उनके परिवार के लोग लेकर चले गए हैं. हम मेला प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ लगातार संपर्क में हैं, जो भी सुविधाएं संभव हो सकती थीं, वहां मुहैया कराई गई हैं. वहीं कुंभ प्रसासन और अन्य राज्य सरकारों ने श्रद्धालुओं के लिए हेल्पलाइन जारी किया है, ताकि बिना परेशानी के वे आसानी से संगम की नगरी प्रयागराज में डुबकी लगा सकें.
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