
- हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने अनिरुद्धाचार्य पर बयान दिया है और कहा है कि संत और कथावाचक में अंतर होता है.
- अनिल विज के अनुसार संत वे होते हैं जिन्हें आध्यात्मिक ज्ञान होता है और वे ईश्वर के साथ एकाकार हो जाते हैं.
- कांग्रेस नेता अलका लांबा ने अनिरुद्धाचार्य के बयानों पर कड़ा विरोध जताते हुए उनके बयान को बेतुका बताया है.
हरियाणा में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मंत्री अनिल विज ने कथावाचक अनिरुद्धाचार्य पर बड़ा हमला बोला है. अनिल विज ने कहा है कि कथावाचक और संत में बहुत अंतर होता है. हाल ही में कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के कई बयानों पर विवाद खड़ा हो गया है. कथावाचक कोई भी चार किताबें पढ़ कर बन जाता है परंतु संत वह होते हैं जिनको धार्मिक, आध्यात्मिक या नैतिक रूप से उच्च दर्जा प्राप्त हो जिन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त कर लिया हो और जिन्हें ईश्वर के साथ एकाकार हो गए हों. उन्होंने कहा कि लोगों को कथावाचकों के बोलीं पर ध्यान न देकर संतों की वाणी पर अमल करना चाहिए.
बयानों से सदमे में अलका लांबा
अनिरुद्धाचार्य के बयान पर कांग्रेस नेता अलका लांबा ने भी जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि पहले उनके बयान को सुनकर मैं सदमे में थी. उनका कहना था कि अगर वह वहां होती और उनके बस में होता तो वह अनिरुद्दाचार्य के मुंह पर कालिख पोत देती. उनका कहना था कि धर्म की आड़ में कुछ लोग इस तरह के बेतुके बयान दे रहे हैं.
पिता का आया वायरल वीडियो
इस पूरे विवाद के बीच एक और बड़ी खबर आ रही है. अपने बयानों से विवादों में घिरे कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के पिता का भी एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में अनिरुद्धाचार्य के पिता आश्रम के कर्मचारियों की शिकायत करते दिख रहे हैं. हालांकि इस वायरल वीडियो पर अनिरुद्धाचार्य के पिता नरेश तिवारी ने सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि पुराना वीडियो गलत तरीके से वायरल किया जा रहा है. उनका कहना था कि वह कर्मचारियों को डांट रहे थे. नरेश तिवारी ने लोगों से अपील की है कि ऐसे पारिवारिक मामलों के वीडियो शेयर न करें और अफवाह न फैलाएं.
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