हरियाणा विधानसभा चुनाव में सबकी नजरें जिन इलाकों में रहती है, वह अहीरवाल क्षेत्र.दक्षिण हरियाणा के इस इलाके में आने वाली सीटों पर छह बार के सांसद और चार बार के विधायक राव इंद्रीजीत सिंह का प्रभाव माना जाता है. वो अभी नरेंद्र मोदी सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं. अब तक हुई मतगणना में इस इलाके में बीजेपी के उम्मीदवार अच्छा प्रदर्शन करते हुए नजर आ रहे हैं. लेकिन एक सीट ऐसी है जो राव इंद्रीजीत सिंह के लिए परेशानी पैदा करने वाली है. वह सीट है अटेली विधानसभा सीट. इस सीट पर बीजेपी ने राव इंद्रीजीत सिंह की बेटी आरती सिंह राव को उम्मीदवार बनाया है. लेकिन छह राउंड की मतगणना के बाद वो बसपा उम्मीदवार अत्तर लाल ने पांच हजार से अधिक वोटों के अंतर से आगे चल रही हैं.
बसपा उम्मीदवार कितने वोट से आगे है
इस चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी ने इंडियन नेशनल लोकदल से हाथ मिलाया है. इस गठबंधन में यह सीट बसपा के खाते में गई थी. बसपा ने इस सीट पर अटेली के कद्दावर नेता अत्तर लाल को टिकट दिया है. चुनाव आयोग की बेवसाइट के मुताबिक बसपा उम्मीदवार अत्तर लाल बीजेपी की आरती सिंह राव से पांच हजार चार सौ वोटों के अंतर से आगे चल रहे हैं. अत्तर लाल को अबतक 22 हजार 621 और आरती राव को 17 हजार 197 वोट मिले हैं.कांग्रेस की अनीता यादव 10 हजार 520 वोट पाकर तीसरे स्थान पर हैं. अगर बसपा यह सीट जीतती है तो यह राव इंद्रजीत सिंह के लिए करारी हार मानी जाएगी.
साल 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार सीताराम ने बीएसपी के अतर लाल को हराकर ही हराया था. लेकिन लग रहा है कि अटेली की जनता ने इस बार अतर लाल को विधायक चुनने का मन बना लिया है.
अहीरवाल की राजनीति
अहीरवाल का इलाके को हरियाणा में किसी भी दल को सत्ता तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाता है.बीजेपी को 2014 और 2019 में सत्ता दिलाने में अहीरवाल ने अहम भूमिका निभाई थी.इसमें बीजेपी से बड़ा योगदान राव इंद्रजीत सिंह का माना जाता है.इस वजह से बीजेपी नेतृ्त्व उन्हें महत्व देता है.हरियाणा में यादव मतदाताओं की हिस्सेदारी करीब 12 फीसदी है. यह एक बड़ा वोट बैंक है.
अहीरवाल में कौन कौन से जिले हैं
अहीरवाल में हरियाणा के तीन जिले गुरुग्राम, रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ आते हैं. इसमें विधानसभा की 11 सीटें आती हैं. साल 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इनमें से आठ सीटें जीती थीं. इसमें लोकसभा की तीन सीटें गुरुग्राम, भिवानी-महेंद्रगढ़ और रोहतक सीट आती है. इस साल हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने गुरुग्राम और भिवानी-महेंद्रगढ़ सूीट पर जीत दर्ज की. वहीं रोहतक सीट कांग्रेस के खाते में चली गई. साल 2014 में मोदी लहर चलने से पहले यह कांग्रेस का गढ हुआ करता था.लेकिन मोदी लहर में कांग्रेस का यह गढ़ तहस-नहस हो गया है. बीजेपी की जीत में राव इंद्रजीत सिंह का बड़ा हाथ माना जाता है.
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