Haridwar Kumbh 2021 News: हरिद्वार कुंभ मेले को लेकर केंद्र सरकार के बाद अब उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Government 2021) ने भी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) जारी किए हैं. कोविड काल के दौरान हो रहे कुंभ मेले को लेकर तमाम तरह की सावधानियां बरतने की अपील की गई है. हरिद्वार (Haridwar) में स्नान के लिए आ रहे श्रद्धालुओं को कुछ शर्तों का पालन करना होगा. इन नियमों का पालन आश्रम, धर्मशाला व अन्य सार्वजनिक जगहों को भी करना होगा तो कुंभ (Haridwar Kumbh 2021) मेले से जुड़ी हुई है. श्रद्धालुओं को हरिद्वार आने से 72 घंटों पहले तक की कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट साथ लेकर आनी होगी. यह टेस्ट RT-PCR मान्य होगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरिद्वार में आयोजित होने वाला यह कुंभ मेला 12 साल में एक बार होता है. इस बार यह 27 फरवरी से शुरू होगा और 27 अप्रैल तक चलेगा. कोविड काल कुंभ का आयोजन कराना एक चुनौती बना हुआ है. अगर आप भी कुंभ (Haridwar Kumbh 2021) जाकर स्नान करना चाहते हैं तो एक बार उत्तराखंड द्वारा जारी इन दिशा-निर्देशों को जरूर पढ़ें. उत्तराखंड सरकार ने जो SOP जारी किए हैं, वो भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए SOP के अतिरिक्त हैं यानी भारत सरकार के स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर भी लागू होंगे और उत्तराखंड सरकार के SOP भी.
इन नियमों का करना होगा पालन
सभी आश्रम/धर्मशाला/होटल/अतिथि गृह मे ठहरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के हरिद्वार आने की तारीख से 72 घंटे पहले तक की नेगेटिव Covid RT-PCR लेकर आना जरूरी होगा.
कुंभ मेला हरिद्वार में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति अथवा यात्री को महाकुंभ मेला, 2021 के वेब पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा, केवल रजिस्टर्ड लोगों को ही एंट्री मिलेगी.
आश्रम या धर्मशाला में केवल उसी व्यक्ति को प्रवेश मिलेगा जिसके पास एंट्री पास होगा और हथेली के ऊपरी भाग पर अमिट स्याही का चेक्ड मार्क होगा.
कुंभ मेले के दौरान संपूर्ण मेला क्षेत्र में किसी भी स्थान पर संगठित रूप से भजन गायन और भंडारे के आयोजन पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा.
कुंभ मेले के दौरान अनावश्यक भीड़ भाड़ से बचने और सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए अहम स्नान/पर्व स्नान/शाही स्नान के दिन केवल आवश्यक वस्तुओं की दुकानें ही खुलेंगी जैसे- भोजन, डेयरी, दवा, पूजन सामग्री और कंबल आदि की दुकानें ही खुलेगी.
किसी भी श्रद्धालु/ श्रद्धालुओं का जत्था को पवित्र स्नान के लिए अधिकतम 20 मिनट दिए जाएंगे. इसके बाद श्रद्धालुओं की निकासी के लिए पर्याप्त मानव संसाधन की तैनाती की जाएगी ताकि अगला जत्था पवित्र स्नान कर सके.
स्नान घाट या घाट क्षेत्र में तैनात सभी कर्मी यथासंभव PPE किट से लैस होंगे और सभी सुरक्षा उपायों का पालन करेंगे.
रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालु रेलवे टिकट के साथ कुंभ मेला का पंजीकरण पत्र और कोविड की नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट दिखाएंगे तभी स्टेशन से निकलने की अनुमति होगी.
बस स्टैंड/स्टेशन/डिपो पर कुंभ मेला प्रवेश के लिए पंजीकरण पत्र और कोविड-19 की नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट दिखाने के बाद ही यात्रियों या श्रद्धालुओं को बस में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी.
इन सबके अलावा थर्मल स्क्रीनिंग, मास्क का हर समय अनिवार्य उपयोग, देह से दूरी के नियम का पालन करना होगा.