कर्नाटक में ‘नंदिनी बनाम अमूल' (Amul vs Nandini) की लड़ाई के बीच गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल (Gujarat Chief Minister Bhupendra Patel) ने सोमवार को कहा कि दक्षिणी राज्य में अमूल के बहिष्कार की कोई जरूरत नहीं है. दरअसल दोनों डेयरी उत्पाद बनाने वाली कंपनियां नंदिनी और अमूल के बीच विवाद हाल में तब शुरू हुआ, जब अमूल ने घोषणा की कि वह बेंगलुरु में अपने दुग्ध उत्पादों की आपूर्ति करेगा.
अब गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा, ‘‘मेरे विचार से अमूल का बहिष्कार करने की कोई जरूरत नहीं है. आप जो करना चाहते हैं, करिए. अगर अमूल कुछ छीन रहा हो, तो यह विरोध का विषय है.'' कर्नाटक में विपक्षी दल कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) अमूल को दक्षिणी राज्य में अनुमति देकर नंदिनी को ‘‘खत्म'' करना चाहती है.
कर्नाटक में विपक्षी कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अमूल को दक्षिणी राज्य में अनुमति देकर नंदिनी को खत्म करना चाहती है. हालांकि, कर्नाटक में बसवराज बोम्मई के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने इस आरोप का खंडन किया है और कहा है कि अमूल से नंदिनी को कोई खतरा नहीं है. गुजरात सीएम भूपेंद्र पटेल ने यह भी कहा कि सूरत में अच्छी नगर-योजना योजनाएं हैं.
इसी के साथ मुख्यमंत्री ने कहा, "पानी लोगों और व्यावसायिक गतिविधियों के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है. हमें यह देखना होगा कि हम और क्या कर सकते हैं." उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ रहा है. प्राकृतिक खेती को आगे का रास्ता बताते हुए उन्होंने कहा कि भले ही विपक्षी पार्टियां खेती को लेकर सवाल उठा रही हों, लेकिन किसी किसान को कोई शिकायत नहीं है.
ये भी पढ़ें : हीट वेव की चपेट में कई शहर, पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार; जानिए मौसम का हाल
ये भी पढ़ें : जब अतीक अमहद ने 2008 के विश्वास मत में UPA सरकार के खिलाफ किया मतदान
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं