
भारत-पाकिस्तान तनाव के मद्देनजर गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने गांधीनगर में सुरक्षा उपायों की समीक्षा की. राज्य प्रशासन द्वारा नागिरकों की सुरक्षा, आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता, परिवहन और संचार प्रणालियों के लिए केंद्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय में राज्य प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी प्राप्त की. इसके साथ ही किसी भी प्रतिकूल स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारियों को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए.
इससे पहले गुजरात के कच्छ में प्रशासन ने शनिवार को एक परामर्श जारी कर नागरिकों से घरों के अंदर रहने और अनावश्यक रूप से बाहर नहीं निकलने को कहा. भारतीय सशस्त्र बलों ने शुक्रवार रात कच्छ में पाकिस्तान के ड्रोन हमलों को विफल कर दिया था और कच्छ एवं गुजरात के दो अन्य जिलों में ‘ब्लैकआउट' किया गया था जिसके बाद प्रशासन ने यह परामर्श जारी किया.
Reviewed security measures undertaken by the administration in the border districts of Gujarat, from the State Emergency Operation Center in Gandhinagar.
— Bhupendra Patel (@Bhupendrapbjp) May 10, 2025
Obtained detailed information about the steps being taken by the state administration in coordination with the central… pic.twitter.com/21o1pPnF1p
कच्छ के जिलाधिकारी ने शनिवार सुबह प्रशासन के आधिकारिक ‘एक्स' अकाउट पर लिखा कि सभी नागरिक घरों के अंदर रहें.घरों से अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। घबराएं नहीं.सेना ने शुक्रवार को बताया कि जिला मुख्यालय भुज पाकिस्तान से लगी नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित उन 26 स्थानों में से एक है जहां ड्रोन देखे गए थे.
कच्छ जिले में ‘ब्लैकआउट' किया गया था तथा भारत-पाकिस्तान सीमा के नजदीक स्थित बनासकांठा और पाटन जिलों के कुछ क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित कर दी गई. उन्होंने बताया कि पाटन के संतालपुर तालुका की सीमा से लगे कुछ गांवों में ‘ब्लैकआउट' किया गया.
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को सशस्त्र बलों के अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि उन्हें राज्य में अपने अभियान चलाने में किसी भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा.
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने शुक्रवार को गांधीनगर में बातचीत के बाद कहा कि इस बैठक का उद्देश्य सरकारी विभागों और राज्य में सक्रिय सशस्त्र एवं अर्धसैनिक बलों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करना था.
उन्होंने बताया कि पुलिस और सीमावर्ती जिलों के जिलाधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ कर्मचारी तथा थलसेना, नौसेना, वायु सेना, सीमा सुरक्षा बल और तटरक्षक बल के अधिकारी बैठक में शामिल हुए.
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा मंगलवार देर रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए सटीक हमलों के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है.
पाकिस्तान ने शुकवार को लगातार दूसरी रात जम्मू कश्मीर से लेकर गुजरात तक 26 स्थानों पर ड्रोन हमले किए तथा रक्षा मंत्रालय ने कहा कि दुश्मन द्वारा हवाई अड्डों और एयरबेस सहित महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर किए गए हमलों को विफल कर दिया गया.पाकिस्तान द्वारा यह ताजा हमला ऐसे समय में हुआ जब एक दिन पहले ही भारत ने पाकिस्तानी सेना द्वारा ड्रोन और मिसाइल के जरिए भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने के प्रयासों को विफल कर दिया था.
(इनपुट्स भाषा से भी)
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