गुजरात के मोरबी में हुए पुल हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तमाम अन्य नेताओं ने दुख जताया. कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं से राहत एवं बचाव कार्य में हर संभव मदद करने को कहा है. लेकिन, कांग्रेस के कुछ नेताओं ने घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और रणदीप सुरजेवाला ने इसे ‘‘मानव निर्मित त्रासदी बताया.'' कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने रविवार को पूछा कि क्या गुजरात के मोरबी जिले में माच्छू नदी पर बने केबल पुल का गिरना दैवीय घटना है या धोखाधड़ी का कृत्य. वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उसी वाक्य को दोहरा रहे थे जिसे उन्होंने 31 मार्च, 2016 को कोलकाता में विवेकानंद रोड फ्लाईओवर गिरने के बाद पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार पर कटाक्ष करते हुए एक रैली में इस्तेमाल किया था। उस घटना में भ्री कई लोग मारे गए थे.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी सभी को सुरक्षित बचाए जाने की ईश्वर से प्रार्थना की है. उपराष्ट्रपति सचिवालय ने धनखड़ के हवाले से एक ट्वीट में कहा, ‘‘गुजरात के मोरबी में दुखद घटना के बारे में सुनकर व्यथित हूं. मैं सभी के सुरक्षित बचने और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।'' धनखड़ ने कहा, ‘‘मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं.''
वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने दुर्घटना में मरने वालों में से प्रत्येक के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ (प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष) से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है. घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे.'' प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार मोदी ने घटना के संबंध में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अन्य अधिकारियों से बात भी की. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चल रहा है और हर संभव मदद की जा रही है.''
वहीं राष्ट्रपति मुर्मू ने ट्वीट किया, ‘‘गुजरात के मोरबी में हुई त्रासदी ने मुझे चिंतित कर दिया है. मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं प्रभावित लोगों के साथ हैं। राहत और बचाव प्रयासों से पीड़ितों को राहत मिलेगी.'' वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘गुजरात से बेहद दुःखद खबर मिल रही है. मोरबी में ब्रिज टूट जाने से कई लोगों के नदी में गिर जाने की खबर है. भगवान से उनकी जान और स्वास्थ्य की प्रार्थना करता हूं.''
गुजरात के मोरबी शहर में रविवार की शाम मच्छु नदी पर बना केबल पुल टूटने से कम से कम 60 व्यक्तियों की मौत हो गई. यह पुल करीब एक सदी पुराना था और मरम्मत के बाद हाल ही में इसे लोगों के लिए खोला गया था. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने कहा कि हाल ही में मरम्मत के बाद जनता के लिए चार दिन पहले ही फिर से खोले गए इस पुल पर लोगों की काफी भीड़ थी. उन्होंने बताया कि पुल शाम करीब साढ़े छह बजे टूट गया. गुजरात के मंत्री बृजेश मेरजा ने कहा, ‘‘हादसे में कम से कम 60 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई.''
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि अंग्रेजों के समय के ‘‘हैंगिंग ब्रिज'' पर उस समय कई महिलाएं और बच्चे थे, जब वह टूट गया। इससे लोग नीचे पानी में गिर गए.
घटना को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा सदस्य सुरजेवाला ने कई ट्वीट करके कहा, ‘‘मोरबी पुल हादसे में गई अनगिनत जानों की दर्दनाक खबर ने पूरे देश का दिल दहला दिया है. सभी शोक संतप्त परिवारों को संवेदनाएं. यह प्राकृतिक हादसा नहीं, मानव निर्मित त्रासदी है। गुजरात की भाजपा सरकार इस जघन्य अपराध की सीधे-सीधे दोषी है.''
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री गुजराती भाई बहनों की ज़िंदगी की क़ीमत 2 लाख रुपये लगा कर अपनी जिम्मेवारी से पल्ला नहीं झाड़ सकते. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल व मोरबी विधायक व मंत्री (बृजेश मेरजा) को बताना होगा जब ये पुल 26 अक्टूबर को ही मरम्मत के बाद खोला गया तो पुल कैसे गिर गया?''
वहीं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे में लोगों के हताहत होने पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट किया है, ‘‘मोरबी में हुए हादसे से अत्यंत दुखी हूं. इस विषय में मैंने गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी व अन्य अधिकारियों से बात की है. स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगा है, एनडीआरएफ की टीम भी शीघ्र ही घटनास्थल पर पहुंच रही है. प्रशासन को घायलों को तुरंत उपचार देने के निर्देश दिये गये हैं.''
VIDEO: गुजरात हादसा : मोरबी में पुल टूटने से बड़ा हादसा, 90 से अधिक लोगों की मौत, कई घायल
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