संजय राउत (फाइल फोटो)
मुंबई:
गोवा में बीजेपी की गठबंधन सरकार में विवाद उभरने पर शिवसेना उसमे अपना राजनीतिक भविष्य तलाश कर रही है. शिवसेना ने अपने इरादे जाहिर करते हुए कहा है कि बीजेपी के ख़िलाफ़ वो गोवा में महागठबंधन बना सकती है.
गोवा में बीजेपी ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी अर्थात मगोप के साथ अपना गठबंधन सोमवार देर रात खत्म किया और मगोप के दो मंत्री सुदीन धवलीकर और दीपक धवलीकर को बर्खास्त कर दिया. गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा को सूचित कर रात 11 बजे के बाद यह फैसले लिए. मुख्यमंत्री ने बर्खास्त किए मंत्रीयों के विभाग, लोकनिर्माण और उद्योग फिलहाल खुद के पास रखे हैं.
पारसेकर ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए अपने फैसले का समर्थन किया. कहा कि बर्खास्त किए मंत्री मुझ पर भरोसा नहीं कर रहे थे. ऐसे में उचित समय पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई. अपने फैसले की सूचना देते हुए पारसेकर यह बताने से नहीं चूके कि उन्होंने फैसला लेने से पहले हाइकमान और वरिष्ठ नेताओं की अनुमति ली थी.
शिवसेना से राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मौजूदा हालात में गोवा में बीजेपी के खिलाफ सर्वदलीय गठजोड़ बन सकता है. इस बाबत शिवसेना संभावनाओं को तलाश रही है. बता दें कि शिवसेना ने इससे पहले आरएसएस के दूर हुए गोवा यूनिट के प्रमुख सुभाष वेलिंगकर के साथ गठजोड़ का ऐलान किया है. इस गठजोड़ में शिवसेना 5 सीटें लड़ने जा रही है.
मगोप अपने 3 विधायकों के साथ 2012 से बीजेपी के साथ है जिसके चलते गोवा विधानसभा में बीजेपी को 21 सदस्यों का साधारण बहुमत हासिल है. इस दल को अपने साथ जोड़ने के लिए शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद का ऑफर सामने रखा है. संजय राउत कह रहे हैं कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो महागठबंधन की जीत के बाद गोवा का मुख्यमंत्री पद महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी को मिलेगा.
गोवा में बीजेपी ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी अर्थात मगोप के साथ अपना गठबंधन सोमवार देर रात खत्म किया और मगोप के दो मंत्री सुदीन धवलीकर और दीपक धवलीकर को बर्खास्त कर दिया. गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा को सूचित कर रात 11 बजे के बाद यह फैसले लिए. मुख्यमंत्री ने बर्खास्त किए मंत्रीयों के विभाग, लोकनिर्माण और उद्योग फिलहाल खुद के पास रखे हैं.
पारसेकर ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए अपने फैसले का समर्थन किया. कहा कि बर्खास्त किए मंत्री मुझ पर भरोसा नहीं कर रहे थे. ऐसे में उचित समय पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई. अपने फैसले की सूचना देते हुए पारसेकर यह बताने से नहीं चूके कि उन्होंने फैसला लेने से पहले हाइकमान और वरिष्ठ नेताओं की अनुमति ली थी.
शिवसेना से राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मौजूदा हालात में गोवा में बीजेपी के खिलाफ सर्वदलीय गठजोड़ बन सकता है. इस बाबत शिवसेना संभावनाओं को तलाश रही है. बता दें कि शिवसेना ने इससे पहले आरएसएस के दूर हुए गोवा यूनिट के प्रमुख सुभाष वेलिंगकर के साथ गठजोड़ का ऐलान किया है. इस गठजोड़ में शिवसेना 5 सीटें लड़ने जा रही है.
मगोप अपने 3 विधायकों के साथ 2012 से बीजेपी के साथ है जिसके चलते गोवा विधानसभा में बीजेपी को 21 सदस्यों का साधारण बहुमत हासिल है. इस दल को अपने साथ जोड़ने के लिए शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद का ऑफर सामने रखा है. संजय राउत कह रहे हैं कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो महागठबंधन की जीत के बाद गोवा का मुख्यमंत्री पद महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी को मिलेगा.
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