राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की फाइल फोटो
पणजी:
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी के ही दिन उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे पर आधारित पुस्तक के विमोचन के कार्यक्रम को विवाद शुरू हो गया है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने इस कार्यक्रम के सरकारी परिसर के इस्तेमाल का विरोध किया है। हालांकि गोवा सरकार ने विमोचन के लिए अपने परिसरों के इस्तेमाल की इजाजत देने से इनकार कर दिया है।
सरकारी रवींद्र भवन में होना था गोडसे पर लिखी किताब का विमोचन
दरअसल अनूप अशोक सरदेसाई की 'नाथूराम गोडसे- एक हत्यारे की कहानी' नामक पुस्तक का विमोचन कार्यक्रम मडगांव स्थित सरकारी रवींद्र भवन में रखा गया था और बताया जा रहा है कि पुस्तक का विमोचन बीजेपी नेता और भवन के अध्यक्ष दामोदर नाइक के हाथों होना है।
सरकारी परिसर के इस्तेमाल पर आपत्ति
गोवा फॉरवर्ड के सचिव मोहनदास लोलाइनकर ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि सरकारी परिसर का इस्तेमाल ऐसे देशद्रोही काम के लिए किए जाने पर रोक लगाई जानी चाहिए। अगर सरकार इस समारोह को होने देती है तो हम रवींद्र भवन के सामने 'सत्याग्रह' करेंगे।
गोवा सरकार ने इजाजत देने से किया इनकार
गोवा की बीजेपी सरकार ने संभवत: इस विरोध को देखते हुए किसी संभावित विवाद से बचने के लिए हालांकि इस किताब के विमोचन के लिए अपने परिसरों के इस्तेमाल की इजाजत देने से इनकार कर दिया है। मड़गाव स्थित सरकारी रविंद्र भवन को देर शाम भेजे गए एक पत्र में दक्षिण जिला कलक्टर प्रमोद शिंदे ने भवन प्रबंधन से कहा कि वह किताब के विमोचन की इजाजत ना दे।
किसी दूसरी जगह होगा किताब का विमोचन
बहरहाल, 'नाथूराम गोडसे - दि स्टोरी ऑफ ऐन असैसिन' नाम की किताब लिखने वाले अनूप सरदेसाई ने कहा कि वह किसी और जगह पर किताब का विमोचन कार्यक्रम आयोजित करेंगे। सरदेसाई ने कहा, 'मुझे रविंद्र भवन से एक ई-मेल प्राप्त हुआ, जिसमें कहा गया था कि विशेष परिस्थितियों के कारण जगह का इस्तेमाल पुस्तक विमोचन के लिए नहीं करने दिया जाएगा।' उन्होंने कहा कि वह किसी और जगह पर किताब का विमोचन कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
सरकारी रवींद्र भवन में होना था गोडसे पर लिखी किताब का विमोचन
दरअसल अनूप अशोक सरदेसाई की 'नाथूराम गोडसे- एक हत्यारे की कहानी' नामक पुस्तक का विमोचन कार्यक्रम मडगांव स्थित सरकारी रवींद्र भवन में रखा गया था और बताया जा रहा है कि पुस्तक का विमोचन बीजेपी नेता और भवन के अध्यक्ष दामोदर नाइक के हाथों होना है।
सरकारी परिसर के इस्तेमाल पर आपत्ति
गोवा फॉरवर्ड के सचिव मोहनदास लोलाइनकर ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि सरकारी परिसर का इस्तेमाल ऐसे देशद्रोही काम के लिए किए जाने पर रोक लगाई जानी चाहिए। अगर सरकार इस समारोह को होने देती है तो हम रवींद्र भवन के सामने 'सत्याग्रह' करेंगे।
गोवा सरकार ने इजाजत देने से किया इनकार
गोवा की बीजेपी सरकार ने संभवत: इस विरोध को देखते हुए किसी संभावित विवाद से बचने के लिए हालांकि इस किताब के विमोचन के लिए अपने परिसरों के इस्तेमाल की इजाजत देने से इनकार कर दिया है। मड़गाव स्थित सरकारी रविंद्र भवन को देर शाम भेजे गए एक पत्र में दक्षिण जिला कलक्टर प्रमोद शिंदे ने भवन प्रबंधन से कहा कि वह किताब के विमोचन की इजाजत ना दे।
किसी दूसरी जगह होगा किताब का विमोचन
बहरहाल, 'नाथूराम गोडसे - दि स्टोरी ऑफ ऐन असैसिन' नाम की किताब लिखने वाले अनूप सरदेसाई ने कहा कि वह किसी और जगह पर किताब का विमोचन कार्यक्रम आयोजित करेंगे। सरदेसाई ने कहा, 'मुझे रविंद्र भवन से एक ई-मेल प्राप्त हुआ, जिसमें कहा गया था कि विशेष परिस्थितियों के कारण जगह का इस्तेमाल पुस्तक विमोचन के लिए नहीं करने दिया जाएगा।' उन्होंने कहा कि वह किसी और जगह पर किताब का विमोचन कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
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