पणजी : महिलाओं पर दिए अपने विवादास्पद बयान के बाद गोवा के मंत्री दीपक धवलीकर ने यू टर्न ले लिया है, उन्होंने पूरे विवाद का ठीकरा मीडिया के सिर फोड़ दिया है। लेकिन विपक्षी कांग्रेस उनकी सफाई से संतुष्ट नहीं है, उसे लगता है कि एक-एक बयान सोचे समझे सियासी फायदे के लिए दिए जा रहे हैं।
बुधवार को दीपक धवलीकर ने कहा मेरे बयान को मीडिया ने ग़लत तरीके से पेश किया, मेरा मकसद किसी धर्म को चोट पहुंचाना नहीं था, आप बलात्कार को शिक्षा से नहीं जोड़ सकते, उन्होंने हमारी छवि ख़राब करने के लिए सब घालमेल कर दिया।
दीपक धवलीकर गोवा में बीजेपी की सहयोगी महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी के कोटे से मंत्री हैं, कुछ दिनों पहले उनकी पत्नी लता धवलीकर ने हिन्दू जनजागृति समिति के एक कार्यक्रम में बलात्कार के बढ़ते मामलों के लिए पश्चिमी सभ्यता को ज़िम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि महिलाओं अपने बच्चों को कॉन्वेंट स्कूलों में ना भेजें, बल्कि उन स्कूलों में पढ़ाएं जो हिन्दू संस्कृति को बढ़ावा देते हैं।
एक दिन बाद दीपक धवलीकर ने अपनी पत्नी का साथ देते कहा कि उन्हें कभी छेड़छाड़ का शिकार नहीं होना पड़ा, क्योंकि ताउम्र उन्होंने साड़ी पहनी है, लेकिन बुधवार को धवलीकर अपने बयान से पलट गए और कहा देश में जो जैसा चाहे पहनने के लिए स्वतंत्र है।
लेकिन गोवा कांग्रेस को इन बयानों में सियासत नज़र आ रही है, उसे लगता है कि एमजीपी इन बयानों से बीजेपी के उग्र हिन्दुत्व के एजेंडे को छीनना चाहती है, एनडीटीवी से बातचीत में गोवा कांग्रेस के सचिव दुर्गादास कामत ने कहा लोगों को लगता है ये बयान अजीब है अपरिपक्व है, लेकिन अगर आप राजनीतिक रूप से सोचें तो ये महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी की सोच है बीजेपी के वोट बटोरने के लिए।
गोवा अपने खुले विचारों और संयुक्त संस्कृति के लिए जाना जाता है, लेकिन उसके नेताओं के ग़ैरज़िम्मेदाराना बयान निश्चित तौर पर गोवा की साख पर बट्टा लगा रहे हैं।
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