घाटकोपर में इमारत गिरी
मुंबई:
मुंबई के घाटकोपर में चार मंजिला इमारत गिरने से मरनेवालों की तादाद बढ़कर 17 हो गई है और 9 लोग घायल हैं. दो दमकलकर्मी भी घायल हुए हैं. हादसे के 15 घंटे बाद देर रात एक बजे एक शख्स को ज़िंदा निकाला गया. कुछ लोगों के अब भी मलबे में दबे में होने की आशंका है, जिन्हें निकालने के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है. एनडीआरएफ़ और एसडीआरएफ़ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हैं. इस बीच हादसे के मुख्य आरोपी सुनील शिताप को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है. आरोप है कि शिवसेना से ताल्लुक रखनेवाला सुनील शिताप अवैध निर्माण करा रहा था. फ़िलहाल पुलिस जांच में जुटी है.
पढ़ें- महाराष्ट्र के भिवंडी में दो-मंजिला इमारत गिरने से आठ लोगों की मौत
उधर, घटना स्थल का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. जानकारी के मुताबिक, सुबह 10.43 बजे के आस-पास साईं दर्शन इमारत अचानक ढह गई. बताया गया है कि इमारत में लगभग 12 परिवार रह रहे थे और निचले तल पर एक अस्पताल भी था. मुंबई अग्निशमन विभाग, बीएमसी बचाव दल, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) 14 दमकलों, बचाव वाहनों, एंबुलेंस, जेसीबी तथा मेटल कटर के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर राहत और बचाव का काम किया. यह इमारत बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के खतरनाक इमारकों की सूची में शामिल थी और छह महीने पहले ही उसे खाली करने का नोटिस जारी किया गया था. बीएमसी आपदा नियंत्रण के मुताबिक, बचाए गए लोगों को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. घायलों में दो दमकलकर्मी हैं. बताया गया है कि अस्पताल शिवसेना के स्थानीय नेता का था और इसमें मरम्मत का काम चल रहा था.
पढ़ें- कोलकाता में करीब 100 साल पुरानी इमारत गिरी, दो लोगों की मौत
पढ़ें- महाराष्ट्र के भिवंडी में दो-मंजिला इमारत गिरने से आठ लोगों की मौत
उधर, घटना स्थल का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. जानकारी के मुताबिक, सुबह 10.43 बजे के आस-पास साईं दर्शन इमारत अचानक ढह गई. बताया गया है कि इमारत में लगभग 12 परिवार रह रहे थे और निचले तल पर एक अस्पताल भी था. मुंबई अग्निशमन विभाग, बीएमसी बचाव दल, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) 14 दमकलों, बचाव वाहनों, एंबुलेंस, जेसीबी तथा मेटल कटर के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर राहत और बचाव का काम किया. यह इमारत बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के खतरनाक इमारकों की सूची में शामिल थी और छह महीने पहले ही उसे खाली करने का नोटिस जारी किया गया था. बीएमसी आपदा नियंत्रण के मुताबिक, बचाए गए लोगों को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. घायलों में दो दमकलकर्मी हैं. बताया गया है कि अस्पताल शिवसेना के स्थानीय नेता का था और इसमें मरम्मत का काम चल रहा था.
पढ़ें- कोलकाता में करीब 100 साल पुरानी इमारत गिरी, दो लोगों की मौत
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं