जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर कल दिल्ली लाया जाएगा
नई दिल्ली:
जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा एक हेलिकॉप्टर बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें जनरल और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई. तमिलनाडु के कोयंबटूर के पास सुलूर में वायु सेना के अड्डे से आज सुबह उड़ान भरने के तुरंत बाद Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. जनरल रावत के अलावा उनकी पत्नी, उनके डिफेंस असिस्टेंट, सुरक्षा कमांडोज और भारतीय वायुसेना के जवान हेलीकॉप्टर में थे. भारतीय वायुसेना की ओर से एक ट्वीट में कहा गया है ,'बेहद अफसोस के साथ बताना पड़ रहा है कि जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और हेलीकॉप्टर में सवार 11 अन्य लोगों की 'इस दुर्घटना में मृत्यु हो गई है.'
इस बड़ी घटना की 10 अहम बातें
- भारतीय वायु सेना ने शाम 6.03 बजे ट्वीट कर इस बात की पुष्टि की कि जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का इस दुर्घटना में निधन हो गया है. तमिलनाडु के नीलगिरि पहाड़ियों में दुर्घटनाग्रस्त हुए Mi-17V5 हेलीकॉप्टर में 14 लोग - पांच चालक दल और नौ यात्री सवार थे.
- वायुसेना ने कहा, "गहरे अफसोस के साथ, यह पता चला है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, श्रीमती मधुलिका रावत और उसमें सवार 11 अन्य लोगों की मौत हो गई."
- उनके पार्थिव शरीर को गुरुवार को दिल्ली लाया जाएगा.
- इस दुर्घटना में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का गंभीर चोटों के लिए इलाज किया जा रहा है. वायु सेना ने पुष्टि की, "डीएसएससी में निर्देशन स्टाफ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज किया जा रहा है."
- राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस जयशंकर सहित देश में कई हस्तियों का जनरल रावत के लिए श्रद्धांजलि देने का सिलसिला शुरू हो गया है. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राकांपा के शरद पवार ने भी ट्वीट कर शोक प्रकट किया है.
- इससे पहले दिन में राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को इस घटना की जानकारी दी. संसद को कल जानकारी दी जाएगी.
- तमिलनाडु के कोयंबटूर के निकट सुलूर में वायुसेना के बेस से आज सुबह उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद यह हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
- सुबह 11.45 बजे जनरल रावत उधगमंडलम में वेलिंगटन के लिए रवाना हुए. उधगमंडलम को ऊटी के नाम से भी जाना जाता है, जहां रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज स्थित है. वे 13 अन्य लोगों के साथ Mi-17V5 हेलिकॉप्टर में सफर कर रहे थे. दोपहर के समय हेलिकॉप्टर अपने गंतव्य से 14 किमी दूर कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
- दुर्घटना की सूचना सबसे पहले दोपहर करीब 12.20 बजे मिली. रक्षा प्रतिष्ठान को घटना की जानकारी पास के कट्टेरी के ग्रामीणों से मिली जिन्होंने जिला प्रशासन को सूचित किया. कोयंबटूर और वेलिंगटन से आठ एम्बुलेंस और चिकित्सा दल घटनास्थल पर पहुंचे.
- दुर्घटनास्थल जंगल वाले इलाके में था, जिससे मलबे तक पहुंचना मुश्किल हो रहा था. घटनास्थल के वीडियोज में हेलिकॉप्टर के पहाड़ी पर बिखरे टुकड़े दिखाई दे रहे थे, जिनमें से कुछ में आग लगी हुई थी. बचाव दल घने धुएं और आग से जूझते हुए राहत कार्य को अंजाम दे रहे थे, लेकिन वे केवल एक ही व्यक्ति को जीवित बचा सके.