 
                                            
                                        
                                        
                                                                                चंडीगढ़: 
                                        हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा है कि इतिहास में पहली बार राज्य में लिंगानुपात ने 950 का आंकड़ा छुआ है. दरअसल, हरियाणा अपने विषम लिंगानुपात के लिए कुख्यात है.
मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि इस साल मार्च तक जन्म के समय लिंग अनुपात 1,000 लड़कों पर 950 लड़कियों का रहा. उन्होंने बताया कि ऐसा राज्य के इतिहास में पहली बार हुआ है.
जिलावार आंकड़ों के अनुसार पर मार्च तक लिंगानुपात कैथल, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम, भिवानी, जींद, फतेहाबाद, पंचकुला, रेवाड़ी, अंबाला, मेवात, सोनीपत और फरीदाबाद में क्रमश: 864, 863, 893, 893, 893, 896, 898, 912, 913, 921, 926, 939 और 947 है.
राज्य सरकार द्वारा पेश आंकड़ों के अनुसार करनाल, हिसार, यमुनानगर, सिरसा, कुरुक्षेत्र, पानीपत, पलवल और नारनौल में लिंगानुपात क्रमश: 953, 972, 974, 976, 980, 993, 1,217 और 1,279 रहा.
खट्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम की शुरुआत के बाद हरियाणा में लिंगानुपात को बेहतर करने को एक चुनौती के तौर पर लिया था.
(इनपुट भाषा से भी)
                                                                        
                                    
                                मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि इस साल मार्च तक जन्म के समय लिंग अनुपात 1,000 लड़कों पर 950 लड़कियों का रहा. उन्होंने बताया कि ऐसा राज्य के इतिहास में पहली बार हुआ है.
जिलावार आंकड़ों के अनुसार पर मार्च तक लिंगानुपात कैथल, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम, भिवानी, जींद, फतेहाबाद, पंचकुला, रेवाड़ी, अंबाला, मेवात, सोनीपत और फरीदाबाद में क्रमश: 864, 863, 893, 893, 893, 896, 898, 912, 913, 921, 926, 939 और 947 है.
राज्य सरकार द्वारा पेश आंकड़ों के अनुसार करनाल, हिसार, यमुनानगर, सिरसा, कुरुक्षेत्र, पानीपत, पलवल और नारनौल में लिंगानुपात क्रमश: 953, 972, 974, 976, 980, 993, 1,217 और 1,279 रहा.
खट्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम की शुरुआत के बाद हरियाणा में लिंगानुपात को बेहतर करने को एक चुनौती के तौर पर लिया था.
(इनपुट भाषा से भी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
