बेंगलुरू:
अपनी ही बेटी से बलात्कार के आरोप में बेंगलुरु में फ्रांसीसी दूतावास के अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मंगलवार की सुबह यह गिरफ्तारी की है। जब उसे ले जाया जा रहा था तो वहां मौजूद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और कुछ लोगों ने उसे थप्पड़ मारे।
अपनी साढ़े तीन साल की बेटी के साथ दुष्कर्म के आरोपी फ्रांसीसी वाणिज्य दूतावास के अधिकारी पास्कल मजुरियर को मंगलवार को बेंगलूर में गिरफ्तार कर लिया गया। यह जानकारी पुलिस ने दी।
एक दिन पहले ही गृह मंत्रालय ने शहर पुलिस से स्पष्ट कहा था कि आरोपी को किसी तरह की राजनयिक छूट प्राप्त नहीं है और उसके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जा सकती है।
पुलिस के अनुसार हाई ग्राउंड्स थाने की पुलिस ने पास्कल की भारतीय पत्नी सुजा जोंस की शिकायत के आधार पर अधिकारी को हिरासत में लिया। यहां फ्रांसीसी वाणिज्य दूतावास इसी थाने के अंतर्गत आता है।
पुलिस ने बेंगलूर स्थित फ्रांस के वाणिज्य दूतावास में डेप्यूटी हैड ऑफ चांसरी के पद पर कार्यरत पास्कल मजुरियर के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया था।
दिल्ली में फ्रांस सरकार के सूत्रों ने कहा कि भारतीय कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी क्योंकि बेंगलूर स्थित वाणिज्य दूतावास में कार्य कर रहे आरोपी के पास राजनयिक पासपोर्ट नहीं है और उसे कोई छूट प्राप्त नहीं है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कर्नाटक पुलिस से कहा था कि पास्कल को हिरासत में लेने के लिए बेंगलूर में फ्रांसीसी महावाणिज्य दूत से संपर्क किया जाए। केरल की रहने वाली सुजा जोंस ने अपने पति पर बेटी के साथ दुष्कर्म का आरोप लगाया था और अनुरोध किया था कि पास्कल को कानूनी प्रक्रिया पूरी होने तक देश से बाहर नहीं जाने दिया जाए।
उसने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और विदेश मंत्री एसएम कृष्णा से भी मामले में हस्तक्षेप की गुहार लगाई थी। सुजा ने बेंगलूर के एक एनजीओ की मदद से पुलिस में मामला दर्ज कराया था। उसके घर काम करने वाली महिला ने बताया था कि उसके पति ने ही उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया है।
(इनपुट भाषा से भी)
अपनी साढ़े तीन साल की बेटी के साथ दुष्कर्म के आरोपी फ्रांसीसी वाणिज्य दूतावास के अधिकारी पास्कल मजुरियर को मंगलवार को बेंगलूर में गिरफ्तार कर लिया गया। यह जानकारी पुलिस ने दी।
एक दिन पहले ही गृह मंत्रालय ने शहर पुलिस से स्पष्ट कहा था कि आरोपी को किसी तरह की राजनयिक छूट प्राप्त नहीं है और उसके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जा सकती है।
पुलिस के अनुसार हाई ग्राउंड्स थाने की पुलिस ने पास्कल की भारतीय पत्नी सुजा जोंस की शिकायत के आधार पर अधिकारी को हिरासत में लिया। यहां फ्रांसीसी वाणिज्य दूतावास इसी थाने के अंतर्गत आता है।
पुलिस ने बेंगलूर स्थित फ्रांस के वाणिज्य दूतावास में डेप्यूटी हैड ऑफ चांसरी के पद पर कार्यरत पास्कल मजुरियर के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज किया था।
दिल्ली में फ्रांस सरकार के सूत्रों ने कहा कि भारतीय कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी क्योंकि बेंगलूर स्थित वाणिज्य दूतावास में कार्य कर रहे आरोपी के पास राजनयिक पासपोर्ट नहीं है और उसे कोई छूट प्राप्त नहीं है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कर्नाटक पुलिस से कहा था कि पास्कल को हिरासत में लेने के लिए बेंगलूर में फ्रांसीसी महावाणिज्य दूत से संपर्क किया जाए। केरल की रहने वाली सुजा जोंस ने अपने पति पर बेटी के साथ दुष्कर्म का आरोप लगाया था और अनुरोध किया था कि पास्कल को कानूनी प्रक्रिया पूरी होने तक देश से बाहर नहीं जाने दिया जाए।
उसने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और विदेश मंत्री एसएम कृष्णा से भी मामले में हस्तक्षेप की गुहार लगाई थी। सुजा ने बेंगलूर के एक एनजीओ की मदद से पुलिस में मामला दर्ज कराया था। उसके घर काम करने वाली महिला ने बताया था कि उसके पति ने ही उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया है।
(इनपुट भाषा से भी)
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