प्रतीकात्मक फोटो
श्रीनगर:
मध्य कश्मीर में बडगाम जिले के मागम इलाके में पत्थर फेंक रहे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की कार्रवाई में आज 5 नागरिकों की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए. इसके साथ ही घाटी में जारी अशांति में मरने वालों की संख्या बढ़कर 65 हो गई है.
उधर, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने हिंसा से प्रभावित जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की आज समीक्षा की और समझा जाता है कि उन्होंने नागरिकों तथा सुरक्षाकर्मियों के हताहत होने की स्थिति को टालने के लिए निर्देश दिए हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव राजीव और खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों सहित शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने जम्मू कश्मीर की स्थिति के संबंध में गृह मंत्री को जानकारी दी.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आज सुबह मागम इलाके के अरीपठान में सीआरपीएफ के एक वाहन पर युवकों के एक समूह ने पथराव किया. अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में चार लोगों की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए.
इस बीच, पूरे श्रीनगर जिले और अनंतनाग शहर में कर्फ्यू जारी है जबकि घाटी के शेष हिस्से में प्रतिबंध जारी है, जिसके कारण लगातार 39वें दिन जनजीवन प्रभावित हुआ है. अधिकारी ने बताया कि घाटी के मुख्य बाजार इलाके में नागरिकों के मारे जाने के विरोध में अलगाववादियों के धरने पर बैठने की योजना को विफल करने के लिए कर्फ्यू और प्रतिबंध लगाया गया है.
पुलिस अधिकारी ने बताया, कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐहतियाती उपाय के रूप में पूरे श्रीनगर जिले और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग शहर में कर्फ्यू जारी है. अलगाववादियों के हड़ताल के आह्वान के कारण स्कूल, कॉलेज और निजी कार्यालय बंद रहे और सार्वजनिक परिवहन सड़कों पर नजर नहीं आए. सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति कम रही. पूरी घाटी में इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं ठप हैं.
शनिवार की शाम को ब्रॉडब्रैंड सेवा को बंद कर दिया गया था जबकि उसी दिन देर रात में मोबाइल टेलीफोन सेवाएं भी निलंबित कर दी गई थीं.
सुरक्षा बलों के साथ आठ जुलाई को एक मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के विरोध में प्रदर्शनों के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है. 9 जुलाई से शुरू हुयी झड़पों में दो पुलिसकर्मियों सहित 60 लोगों की मौत हो गयी और कई हजार लोग घायल हो गए हैं.
उधर, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने हिंसा से प्रभावित जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की आज समीक्षा की और समझा जाता है कि उन्होंने नागरिकों तथा सुरक्षाकर्मियों के हताहत होने की स्थिति को टालने के लिए निर्देश दिए हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव राजीव और खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों सहित शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने जम्मू कश्मीर की स्थिति के संबंध में गृह मंत्री को जानकारी दी.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आज सुबह मागम इलाके के अरीपठान में सीआरपीएफ के एक वाहन पर युवकों के एक समूह ने पथराव किया. अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में चार लोगों की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए.
इस बीच, पूरे श्रीनगर जिले और अनंतनाग शहर में कर्फ्यू जारी है जबकि घाटी के शेष हिस्से में प्रतिबंध जारी है, जिसके कारण लगातार 39वें दिन जनजीवन प्रभावित हुआ है. अधिकारी ने बताया कि घाटी के मुख्य बाजार इलाके में नागरिकों के मारे जाने के विरोध में अलगाववादियों के धरने पर बैठने की योजना को विफल करने के लिए कर्फ्यू और प्रतिबंध लगाया गया है.
पुलिस अधिकारी ने बताया, कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐहतियाती उपाय के रूप में पूरे श्रीनगर जिले और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग शहर में कर्फ्यू जारी है. अलगाववादियों के हड़ताल के आह्वान के कारण स्कूल, कॉलेज और निजी कार्यालय बंद रहे और सार्वजनिक परिवहन सड़कों पर नजर नहीं आए. सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति कम रही. पूरी घाटी में इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं ठप हैं.
शनिवार की शाम को ब्रॉडब्रैंड सेवा को बंद कर दिया गया था जबकि उसी दिन देर रात में मोबाइल टेलीफोन सेवाएं भी निलंबित कर दी गई थीं.
सुरक्षा बलों के साथ आठ जुलाई को एक मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने के विरोध में प्रदर्शनों के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है. 9 जुलाई से शुरू हुयी झड़पों में दो पुलिसकर्मियों सहित 60 लोगों की मौत हो गयी और कई हजार लोग घायल हो गए हैं.
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