पद्मश्री और स्वर्ण मंदिर में पूर्व 'हज़ूरी रागी' रहे निर्मल सिंह के परिवार ने शनिवार को कहा कि मरने से पहले निर्मल सिंह ने शिकायत की थी कि उनका अस्पताल में सही से इलाज नहीं किया जा रहा है. कोरोना से पीड़ित रहे निर्मल सिंह के परिवार ने एक ऑडियो क्लिप जारी किया है. जिसमें मरने से निर्मल सिंह ने अपने बेटे से आखिरी बार फोन पर बात की थी. निर्मल सिंह ने अपनी आखिरी सांस गुरू नानक देव अस्पताल में ली थी.
निर्मल सिंह ने अपने बेटे से बातचीत में कहा कि उनको आइसोलेशन वार्ड में सही इलाज नहीं मिल रहा है. 'डॉक्टर मुझे दवाई नहीं दे रहे हैं. अगर ऐसा ही रहा तो मैं जल्द ही मर जाऊंगा.' बता दें कि निर्मल सिंह ने मांग की थी कि उनको दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया जाए नहीं तो वे खुदकुशी कर लेंगे. निर्मल सिंह के परिवार का आरोप है कि निर्मल सिंह की मौत डॉक्टरों की लापरवाही के चलते हुई है.
आरोप लगाया जा रहा है कि निर्मल सिंह लगातार डॉक्टरों से कह रहे थे कि उनको वेंटिलेटर पर रखा जाए लेकिन कोई भी डॉक्टर उन्हें चेक करने आइसोलेशन वार्ड में नहीं गया. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.अस्पताल का कहना है कि रागी जी को जब यहां शिफ्ट किया गया तो वे कोरोना की एडवांस स्टेज में थे. उनको पूरा इलाज दिया गया है. वे डरे हुए थे और आइसोलेशन वार्ड में नहीं रहना चाहते थे और निजी अस्पताल में शिफ्ट किए जाने की मांग कर रहे थे.
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