
कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश की हत्या मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. उनकी पत्नी ने अब आरोप लगाया है कि उनको जहर दिए जाने की कोशिश थी, वो अपने ही घर में बंधक थी और उनके पति के तैनात किए गए लोग उनका हर वक्त पीछा करते रहते थे. पूर्व डीजीपी की पत्नी पर ही बेंगलुरु स्थित उनके घर में बेरहमी से हत्या किए जाने का आरोप है. उन्हें हिरासत में लिया गया है.
एनडीटीवी ने ओम प्रकाश की पत्नी पल्लवी द्वारा कई व्हाट्सएप ग्रुपों में भेजे गए मैसेजों को एक्सेस किया है. जांच से पता चला है कि पल्लवी सिज़ोफ्रेनिया और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित थी. उनके बेटे ने भी अपनी पुलिस शिकायत में कहा है कि वह अवसाद से पीड़ित थीं. इसलिए मैसेजों को सच नहीं माना जा सकता.

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 68 वर्षीय पूर्व पुलिस अधिकारी उन्हें जहर दे रहे थे. उन्होंने कहा, "मैं उनसे सालों से अलग रहने के लिए कह रही हूं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. मैं जहां भी जाती हूं, वहीं भोजन और पानी में जहर मिलना शुरू हो जाता है."
पल्लवी ने आरोप लगाया कि ओम प्रकाश घरेलू सहायकों से उनके भोजन में जहर मिलवा देते थे. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी कृति भी पीड़ित है और वह चुप नहीं बैठ सकती. कृति को उसकी मां के साथ हिरासत में लिया गया है और पुलिस अब जांच कर रही है कि क्या उसने अपने पिता की हत्या में कोई भूमिका निभाई है.

पल्लवी ने यह भी लिखा था कि अगर उसे या कृति को कुछ हुआ, चाहे वह स्वाभाविक हो या आकस्मिक इसके जिम्मेदार उनके पति होंगे. उसने यह भी कहा कि वह "घी और नींबू" का उपयोग करके खुद को और अपनी बेटी को डिटॉक्स करने की कोशिश कर रही थी. भगवान की कृपा से, मैं हर बार खुद को डिटॉक्स करने में सक्षम रही हूं."

पल्लवी ने अन्य आईपीएस अधिकारियों से भी कहा कि वे वर्तमान डीजीपी से उसके लिए वैकल्पिक आवास खोजने के लिए कहें. पल्लवी ने लिखा कि एक दिन वह सड़क पर चल रही थी, तभी एक वैन में सवार किसी व्यक्ति ने कुछ पाउडर फेंका. मुझे इसका एहसास तब हुआ जब मेरा पूरा शरीर जलने लगा. उसने एक ग्रुप में कहा कि उसने इन घटनाओं का पहले ज़िक्र नहीं किया क्योंकि आप यकीन नहीं करेंगे. लेकिन यह अंधेरी दुनिया हमारी सामान्य दुनिया से बहुत अलग है.
बिहार के रहने वाले 1981 बैच के भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी ओम प्रकाश रविवार को बेंगलुरु स्थित अपने आवास में मृत पाए गए थे. उनका शव एचएसआर लेआउट स्थित उनके तीन मंजिला आवास के भूतल पर खून से लथपथ मिला. वो चंपारण के मूल निवासी थे. उन्हें एक मार्च 2015 को कर्नाटक का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं