प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वह देश को संसद में बहुमत के आधार पर नहीं, बल्कि सहमति के आधार पर चलाएंगे। उन्होंने जातिगत और सांप्रदायिक हिंसा पर रोक का आह्वान किया।
स्वतंत्रता दिवस पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से पहली बार राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने आतंकवाद और हिंसा के रास्ते पर चल निकले नौजवानों से अपने हथियार छोड़कर शांति और विकास का रास्ता अपनाने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री का पद संभालने के तीन माह से भी कम समय के भीतर मोदी ने अपनी सरकार का रोडमैप पेश किया, गरीबों के लिए जनधन योजना का ऐलान किया, जिसमें उनके लिए बीमा की सुविधा भी हो, सांसदों द्वारा आदर्श गांवों का विकास और एक समयसीमा के भीतर खुले में शौच को समाप्त करने की एक योजना का भी ऐलान किया।
उन्होंने कॉरपोरेट घरानों से कहा कि वह अपने सामाजिक दायित्व के तौर पर सरकार के साथ मिलकर काम करते हुए शौचालयों के निर्माण में सहयोग दें, जिसके अंतर्गत अगले स्वतंत्रता दिवस तक सभी स्कूलों में, लड़कियों के लिए अलग से शौचालयों का निर्माण किया जाए।
किसी बुलेट प्रूफ ढाल के बिना मोदी ने हिन्दी में दिए अपने लगभग सवा घंटे के धाराप्रवाह संबोधन में योजना आयोग के स्थान पर जल्द ही भीतरी और वैश्विक आर्थिक परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए एक नए संस्थान की स्थापना की घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर देते हुए कि वह प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं, बल्कि प्रधान सेवक के रूप में अपनी बात कह रहे हैं, राष्ट्र के निर्माण में पूर्व सरकारों, पूर्व प्रधानमंत्रियों और राज्य सरकारों के योगदान का विशेष उल्लेख किया।
लालकिले पर पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीनों सेनाओं और दिल्ली पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया, जिसके बाद पीएम ने झंडा फहराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले राजघाट पहुंचे और उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इसके पहले उन्होंने ट्वीट कर देश को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी और कहा, देश का तिरंगा बुलंदियां छुए।
लालकिले से पीएम मोदी के भाषण के मुख्य अंश :
- आजादी के सिपाहियों को नमन करता हूं
- स्वतंत्रता दिवस हर तबके के कल्याण के लिए कुछ करने का पर्व है
- यह देश नेताओं और सरकारों ने नहीं, किसानों और मजदूरों ने बनाया है
- देश आज जहां पहुंचा है, उसमें देश के सभी प्रधानमंत्रियों और सरकारों का योगदान है
- बहुमति नहीं, सहमति की राजनीति के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं
- एक सरकार के अंदर दर्जनों सरकारें चल रही हैं
- बिखराव से देश आगे नहीं बढ़ सकता, इसलिए मैंने देश की ऐसी दीवारों को गिराने की कोशिश की है
- इस देश में सरकारी अफसर समय से दफ्तर जाएं, तो क्या यह कोई न्यूज होती है? इससे पता चलता है कि सरकारें कैसे चली हैं?
- एक मति और एक नीति से देश चलना चाहिए
- जनता की आकांक्षाओं की पूर्ति हमारी प्राथमिकता
- शासन को और धारदार बनाएंगे
- सरकार का काम राष्ट्रहित और लोकहित में
- देश में बलात्कार की घटनाएं होती हैं तो हमारा माथा शर्म से झुक जाता है
- मैं देशहित के हर काम के लिए आया हूं
- हिंसा के रास्ते पर गए नौजवानों से कहना चाहता हूं कि कंधे पर अगर बंदूक की जगह हल होगा, तो धरती हरियाली से भरपूर होगी।
- भटके हुए नौजवानों से कहना चाहता हूं हिंसा से कुछ नहीं मिलता
- खून बहाने से धरती लाल होगी और कुछ नहीं मिलेगा
- हिंसा देख सम्राट अशोक ने अहिंसा की राह अपनाई
- हिंसा की राह छोड़ भाइचारे का रास्ता अपनाएं
- मां-बाप बेटे और बेटी में फर्क न करें
- माता-पिता बेटियों को गर्भ में न मारें
- बेटियां बुढ़ापे में मां-बाप का सहारा बनती हैं
- राष्ट्रमंडल खेलों में बेटियों ने देश का गौरव बढ़ाया
- सांप्रदायिकता, जातिवाद, ऊंच-नीच से देश का विकास रुकता है
- विकास और सुशासन को अपनाना होगा
- प्रधानमंत्री जन धन योजना के माध्यम से देश के गरीब से गरीब लोगों को बैंक अकाउंट योजना से जोड़ेंगे
- जन धन योजना के तहत गरीबों का एक लाख का बीमा किया जाएगा, ताकि उस पर कोई संकट आया तो परिवार को पैसा मिल सके
- निर्माण क्षेत्र पर हमें बल देना होगा
- स्किल डेवलपमेंट हमारा मिशन है
- विश्व से पीएम का मेक इन इंडिया का आह्वान
- दुनिया के हर कोने में 'मेड इन इंडिया' पहुंचना चाहिए, यह हमारा सपना है
- आयात नहीं निर्यात करने वाला देश बनना है
- डिजिटल इंडिया हमारा सपना है
- मोबाइल से गवर्नेंस की सुविधा दिलानी है, यानी मोबाइल पर ही समस्या का समाधान हो
- इलेक्ट्रॉनिक सामान को लेकर स्वनिर्भर बनें
- पहले रेल अब आईटी देश के जनजन को जोड़ती है
- सरकार में आकर पहला काम सफाई का किया
- सफाई करने का संकल्प करें देशवासी
- महात्मा गांधी को सबसे प्रिय थी सफाई
- टूरिज्म के जरिये लोगों को रोजगार मिलेगा
- गांधी जी की 150वीं जयंती पर सफाई का संकल्प
- सभी स्कूलों में टॉयलेट बनाने का संकल्प लें
- 2016 तक हर सांसद एक गांव को आदर्श बनाएं
- 2019 तक हर सांसद पांच आदर्श गांव बनाएं
- सांसद ग्राम योजना के तहत आगे बढ़ना है
- राज्यों को आगे ले जाने से देश आगे जाएगा
- योजना आयोग कोखत्म करने का ऐलान, इसकी जगह नई संस्था बनेगी
- आओ हम संकल्प करें मिलकर गरीबी को परास्त करेंगे
- पड़ोस के देशों से गरीबी के खिलाफ लड़ाई में सहयोग चाहता हूं
- भारत की विदेश नीति के कई आयाम हैं
- 'PPP' (पब्लिक, प्राइवेट, पार्टनरशिप) से बनेगी योजना आयोग की नई संस्था
- किसान और जवान, दोनों देश की रक्षा करते हैं
- हम विदेशियों से जीते, तो गरीबी से क्यों नहीं जीत सकते
(इनपुट भाषा से भी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं