एमसीडी हाउस में जमकर चले लात-मुक्के
नई दिल्ली:
दिल्ली नगर निगम (MCD) की एक महत्वपूर्ण बॉडी, स्टैंडिंग कमेटी के छह सदस्यों के चुनाव में हुए हंगामे के दौरान आम आदमी पार्टी और बीजेपी के पार्षदों के बीच मारपीट हुई.
एमसीडी हाउस में लड़ाई तब शुरू हुई जब मेयर शैली ओबेरॉय ने प्रमुख नगरपालिका समिति के छह सदस्यों के चुनाव में एक वोट को अवैध घोषित किया.
एक वोट को अमान्य घोषित करने के बाद, ओबेरॉय नाराज BJP पार्षदों के निशाने पर आ गईं. बीजेपी पार्षदों ने उन पर चिल्लाते हुए कहा, "तुम अपने होश में नहीं हो."
दोनों पक्षों के पार्षदों ने चिल्लाने के साथ ही एक दूसरे को घूंसे, लात, थप्पड़ जड़े और धक्का दिया. सदन में पूरी तरह से अराजकरता फैली हुई थी.
कुछ बीजेपी पार्षदों ने "जय श्री राम" के नारे लगाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की. वहीं आप के पार्षदों ने "आम आदमी पार्टी जिंदाबाद, अरविंद केजरीवाल जिंदाबाद के नारे लगाए."
हंगामे के दौरान, दिल्ली नगर निगम (MCD) हाउस की कार्यवाही को 27 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया. सदन में एक पार्षद अशोक मनु गिर पड़े जिसके बाद उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया.
आप विधायक आतिशी ने आरोप लगाया कि बीजेपी के पार्षदों ने तब दिल्ली के मेयर पर हमला कर दिया जब उन्हें लगा कि उनकी पार्टी चुनाव हार जाएगी. उन्होंने कहा कि मेयर को सदन से भागना पड़ा.
मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा, "ये एक काला दिन है. संविधान का मजाक उड़ाया गया, सदन ने एक काला दिन देखा. हमने बीजेपी पार्षदों को बुलाया और उनकी मांगों के बारे में पूछा और हमने फिर से चुनाव करवाया, लेकिन फिर भी उन्होंने मुझ पर हमला किया."
स्थायी समिति के छह सदस्यों के लिए चुनाव प्रक्रिया सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई और दोपहर 2:30 बजे संपन्न हुई. मतगणना 10 मिनट बाद शुरू हुई और दो घंटे से अधिक समय तक चली.
आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा, "आज हमने जो देखा वह कल्पना से परे है. जैसे ही मेयर ने नतीजों की घोषणा शुरू की, बीजेपी पार्षदों ने हमारे मेयर और सिविल डिफेंस स्टाफ पर हमला करना शुरू कर दिया." उन्होंने कहा, "वह किसी तरह बच निकलीं और एक सिविल डिफेंस कर्मी ने अपना हाथ दिखाया जिसमें काटने के निशान थे. जिस तरह से उन्होंने हमारे मेयर पर हमला किया, हम कानूनी कार्रवाई करेंगे."
स्थायी समिति के पास परियोजनाओं को वित्तीय स्वीकृति देने, कई मुद्दों पर उप समितियों का गठन करने और नीतियों को अंतिम रूप देने की शक्तियाँ हैं.
एमसीडी हाउस में बुधवार रात को भी हंगामा हुआ था और बीजेपी और आप के सदस्यों ने आपस में मारपीट की थी और एक-दूसरे पर प्लास्टिक की बोतलें फेंकी थीं. जनवरी में भी आप और बीजेपी के पार्षदों ने एक-दूसरे पर उस वक्त घूंसे बरसाए थे, जब मेयर चुनने के लिए वोटिंग हुई थी. कई बार मेयर का चुनाव टालना पड़ा.
(इनपुट भाषा से)
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