प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि इन आरोपों की जांच की जाएगी कि अमेरिकी-कनाडाई नागरिक - खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नूं - की हत्या की साज़िश भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता ने रची थी. संयुक्त राज्य अमेरिका के फेडरल प्रॉसीक्यूटरों द्वारा आरोपों को सार्वजनिक किए जाने के बाद यह भारतीय प्रधानमंत्री की पहली सार्वजनिक टिप्पणी है.
'फाइनेंशियल टाइम्स' से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "अगर कोई हमें कोई भी जानकारी देता है, तो हम निश्चित रूप से उसकी जांच करेंगे..." उन्होंने कहा, "अगर हमारे किसी नागरिक ने कुछ भी अच्छा या बुरा किया है, तो हम उसकी जांच करने के लिए तैयार हैं..."
PM ने कहा, "हमारी प्रतिबद्धता कानून के शासन के प्रति है..." उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि 'कुछ घटनाएं' दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं और सबसे प्रमुख लोकतंत्रों के बीच संबंधों को पटरी से नहीं उतार सकतीं.
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि निखिल गुप्ता और एक भारतीय सरकारी कर्मचारी - जिसे सीसी-1 का कोडनाम दिया गया था - ने मई माह से फोन और ईमेल के ज़रिये कई बार एक दूसरे से संपर्क किया, और इस दौरान सीसी-1 ने निखिल गुप्ता से हत्या की योजना बनाने के लिए कहा. बदले में भारत में निखिल गुप्ता के ख़िलाफ़ एक आपराधिक मामला खत्म करने में मदद का वादा किया गया. अमेरिका का यह भी कहना है कि दोनों के बीच दिल्ली में आमने-सामने मुलाकात भी हुई थी.
इन आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था, "भारत ऐसे इनपुट को गंभीरता से लेता है, क्योंकि वे हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा हितों पर भी प्रभाव डालते हैं, और संबंधित विभाग पहले से इस मुद्दे की जांच कर रहे हैं..." सरकार ने बताया, एक उच्चस्तरीय जांच समिति भी गठित कर दी गई है.
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