
PM Modi Lex Fridman Podcast: अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पॉडकास्ट आज ऑन एयर हो गया. इस पॉडकास्ट में लेक्स फ्रिडमैन ने पीएम मोदी से उपवास के बारे में पूछा. जिसपर पीएम मोदी उपवास के अपने अनुभव के साथ-साथ इसकी प्रक्रिया और फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी. पीएम मोदी ने यह भी बताया कि उन्होंने पहला उपवास कब और क्यों किया था. उपवास के बारे में अपना अनुभव बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उपवास जीवन को गढ़ने का काम करता है.
हिंदू धर्म जीवन जीने की पद्धति हैः पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, "भारत में जो धार्मिक परंपराएं हैं, वो दरअसल जीवनशैली है. हमारी सुप्रीम कोर्ट ने हिंदू धर्म की बहुत बढ़िया व्याख्या की है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हिंदू धर्म कोई पूजा-पद्धति का नाम नहीं है. यह वे ऑफ लाइफ है. जीवन जीने की पद्धति है".
उपवास मन, बुद्धि को ऊंचाई पर ले जाने का तरीका
पीएम मोदी ने आगे कहा, "हमारे शास्त्रों में शरीर, मन, बुद्धि, आत्मा, मनुष्यत्व को किस प्रकार से ऊंचाई पर ले जाएं? उसके बारे में चर्चा भी है और रास्ता भी बताया गया है. उसमें एक उपवास भी है. उपवास जीवन को गढ़ने में काम आता है. उपवास के बाद आपकी जितनी इन्द्रियां हैं, ये इतनी जागरूक हो जाती हैं कि आपको पानी का भी स्मैल मिलेगा. चाय-कॉफी, फूल की भी स्मैल आएगी".
उपवास से आपकी सारी इन्द्रियां बहुत सक्रिय हो जाती हैंः पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि उपवास से आपकी सारी इन्द्रियां बहुत सक्रिय हो जाती हैं. उनकी क्षमता अनेक गुणा बढ़ जाती है. मैं इसका अनुभवी हूं. उपवास आपके विचार प्रवाह को नयापन देते हैं. मेरा अनुभव है कि उपवास से आप आउट ऑफ बॉक्स जाकर काम कर पाते हैं.
Here's my conversation with @narendramodi, Prime Minister of India.
— Lex Fridman (@lexfridman) March 16, 2025
It was one of the most moving & powerful conversations and experiences of my life.
This episode is fully dubbed into multiple languages including English and Hindi. It's also available in the original (mix of… pic.twitter.com/85yUykwae4
'खाना छोड़ देना उपवास नहीं, यह एक वैज्ञानिक प्रक्रिया'
उपवास की प्रक्रिया के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि ज्यादातर लोगों का लगता है कि उपवास का मतलब है कि खाना छोड़ देना. किसी व्यक्ति को किसी कारणवश खाना नहीं मिला, पेट में कोई अन्न नहीं मिला तो उसे उपवास कैसे मानेंगे? उन्होंने आगे कहा कि उपवास एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है.
उपवास से पहले कैसे बॉडी को क्लिन अप करते हैं पीएम मोदी
उपवास के अपने अनुभव के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि उपवास से पहले मैं 5-6 दिन तक बॉडी को इंटरनली क्लिन अप करने के लिए योगा, आयुर्वेद की जितनी प्रक्रियाएं होती हैं, उसे करता हूं. फिर उपवास शुरू करने से पहले बहुत पानी पीता हूं. जिसके बाद मेरा बॉडी रेडी हो जाता है. फिर उपवास शुरू करता हूं. मेरे लिए उपवास एक अनुशासन है.
पीएम मोदी ने कब किया था अपना पहला उपवास
अपने पहले उपवास के बारे में पीएम मोदी ने बताया कि स्कूल एज में महात्मा गांधी की गो-रक्षा को लेकर जो इच्छा थी, उसको लेकर एक आंदोलन चलता था. सरकार कोई कानून नहीं बना रही थी. उस समय पूरे देश में एक दिन के सार्वजनिक उपवास का एक कार्यक्रम था. मेरा मन कर गया कि मुझे उपवास में बैठना चाहिए. यह मेरे जीवन का पहला उपवास था.
कई प्रयोगों से मैंने खुद को गढ़ने का काम कियाः पीएम मोदी
अपने पहले उपवास के बारे में पीएम मोदी ने आगे कहा कि उतनी छोटी उम्र में मैं उपवास में बैठा. मुझे ना तो भूख लगी. फिर मैंने धीरे-धीरे खुद को कई प्रयोगों से गढ़ने का काम किया. दूसरी बात है कि मेरी एक्टिवी कभी बंद नहीं होती. कभी-कभी तो लगता है कि ज्यादा ही करता हूं. उपवास के दौरान यदि कहीं विचार व्यक्त करना होता है तो मुझे आश्चर्य होता है कि उस दौरान मेरे वो विचार कहां से आते हैं.
पीएम मोदी से 3 घंटे से अधिक की बातचीत
मालूम हो कि पीएम मोदी का यह 3 घंटे का पॉडकास्ट बीते दिनों रिकॉर्ड किया गया था. लेक्स ने इस बातचीत को अपने जीवन की सबसे शक्तिशाली बातचीत बताया है. उन्होंने एक्स पर लिखा कि मैंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र के साथ 3 घंटे की एपिक पॉडकास्ट बातचीत की. यह मेरे जीवन की सबसे शक्तिशाली बातचीत में से एक थी.
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