उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में आवारा पशु/मवेशी बड़ा मुद्दा बन गए हैं. राजधानी लखनऊ से करीब 40 किमी दूर बाराबंकी में इस समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए किसानों ने अनोखा तरीका अपनाया. एक ट्वीट में दावा किया गया था कि बाराबंकी के किसानों ने सीएम योगी आदित्यनाथ की रैली से पहले सैकड़ों की संख्या में मवेशियों को खुले मैदान में छोड़ दिया. एक पूर्व नेता रमनदीप सिंह मान की ओर से ट्वीट किए गए वीडियो में बड़ी संख्या में आवारा मवेशियों को खुले मैदान में घूमते देखा जा सकता था, लेकिन बाद में ट्वीट को हटा दिया गया. इस बीच, सरकारी फैक्ट चेकिंग विभाग ने भी ऐसी किसी घटना के होने से इंकार किया है.
UP Election: आवारा पशुओं का आतंक क्यों बन गया बड़ा चुनावी मुद्दा? परेशान हैं किसान
मान ने ट्वीट में लिखा था, 'बाराबंकी में सीएम योगी के कार्यक्रम से पहले किसानों ने खेतों से खदेड़कर सैकड़ों पशु रैली स्थल में छोड़ दिए, किसानों से तो इन छुट्टा जानवरों का इलाज निकला नहीं, और 5 साल में यूपी सरकार ने भी कोई इलाज नहीं निकाला. अब देखना यह था कि कार्यक्रम से पहले बीजेपी वाले क्या इलाज निकालते हैं!'
इस मुद्दे को लेकर हालांकि सीएम या बाराबंकी प्रशासन की ओर से तुरंत प्रतिक्रिया नहीं मिली, लेकिन सीएम योगी ने आज शाम को एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी, यूपी में बीजेपी के सत्ता में आने पर आवारा मवेशियों की समस्या हल करने का वादा कर रहे हैं. पीएम मोदी ने रविवार को एक रैली में कहा, 'आवारा पशुओं के कारण आप लोगों को जो परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, उससे निपटने के लिए 10 मार्च के बाद नई व्यवस्था लागू की जाएगी. ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी, जिसके तहत आप ऐसे पशुओं के गोबर से भी आमदनी कर सकेंगे जो दूध नहीं देते.'
हालांकि सीएम योगी के ट्वीट को लेकर कांग्रेस ने पलटवार करने में देर नहीं लगाई. कांग्रेस ने पांच सााल के दौरान इस मसले की अनदेखी के लिए बीजेपी सरकार को आड़े हाथ लिया. पार्टी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी को आवारा मवेशियों की समस्या केवल चुनाव के पहले ही नजर आती है.
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