नई दिल्ली:
राष्ट्रीय राजधानी में 16 दिसंबर को हुए सामूहिक बलात्कार कांड की पीड़िता के परिवार ने सोमवार को कहा कि वे मामले के मुख्य आरोपी के कथित तौर पर खुदकुशी कर लेने से ‘हतप्रभ हैं, लेकिन दुखी नहीं’ हैं और उन्हें अन्य चारों को फांसी की सजा दिए जाने का इंतजार है।
पीड़िता के भाई ने कहा कि परिवार चाहता है कि सुनवाई यथाशीघ्र पूरी हो।
उन्होंने कहा, ‘‘खुदकुशी की खबर पर हम हतप्रभ हैं, लेकिन दुखी नहीं है। उसे वैसे भी फांसी मिलनी ही थी। हम चाहते थे कि उसे सरेआम फांसी दी जाए। अब हम बाकी चारों को फांसी दिए जाने का इंतजार कर रहे हैं।’’
भाई ने इस तरह का कोई संदेह होने से इनकार किया कि मामले में किसी तरह गड़बड़ी हुई है और कहा कि हो सकता है कि वह अपराध बोध से ग्रस्त हो गया हो।
उन्होंने कहा कि सिंह जानता था कि उसके खिलाफ मजबूत सबूत हैं और यह भी कि उसे मौत की सजा मिलनी ही है।
राम सिंह और चार अन्य आरोपियों के खिलाफ यहां एक फास्ट ट्रैक अदालत में सुनवाई चल रही है जबकि किशोर घोषित किए गए एक अन्य आरोपी के खिलाफ मामला किशोर न्याय बोर्ड में चल रहा है।
पीड़िता के भाई ने कहा कि परिवार चाहता है कि सुनवाई यथाशीघ्र पूरी हो।
उन्होंने कहा, ‘‘खुदकुशी की खबर पर हम हतप्रभ हैं, लेकिन दुखी नहीं है। उसे वैसे भी फांसी मिलनी ही थी। हम चाहते थे कि उसे सरेआम फांसी दी जाए। अब हम बाकी चारों को फांसी दिए जाने का इंतजार कर रहे हैं।’’
भाई ने इस तरह का कोई संदेह होने से इनकार किया कि मामले में किसी तरह गड़बड़ी हुई है और कहा कि हो सकता है कि वह अपराध बोध से ग्रस्त हो गया हो।
उन्होंने कहा कि सिंह जानता था कि उसके खिलाफ मजबूत सबूत हैं और यह भी कि उसे मौत की सजा मिलनी ही है।
राम सिंह और चार अन्य आरोपियों के खिलाफ यहां एक फास्ट ट्रैक अदालत में सुनवाई चल रही है जबकि किशोर घोषित किए गए एक अन्य आरोपी के खिलाफ मामला किशोर न्याय बोर्ड में चल रहा है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं