पीएम नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे हो चुके हैं. पीएम मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से 2047 तक विकसित भारत बनाने का खाका खींचा था. उनकी सरकार ने अपने पिछले दो कार्यकाल में इस दिशा में अग्रसर रही है. इस खास मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एनडीटीवी संग खास बात करते हुए मोदी 3.0 सरकार के कामकाज के बारे में खुलकर बात की.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ये तो पीएम का अधिकार हैं कि किसे कौन सा मंत्रालय सौंपना है. उन्होंने मुझे जो काम करने का मौका दिया इसलिए उसका श्रेय भी उन्हीं को जाता है. उनकी अगुवाई में मुझे जो करने का अवसर मिला है, मेरे लिए भाग्य की बात है. मैं लगातार देश के लिए ट्रांसपोर्ट सेक्टर में, रोड सेक्टर में, अल्टरनेटिव और बायोफ्यूल सेक्टर में काम करना रोड एक्सीडेंट को कम करने की कोशिश में लगा रहता हूं. इंफ्रास्ट्रक्चर को कैसे इंटरनेशल स्टैंडर्ड का बनाया जाए, इसी में लगा हूं.
बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं, क्या सरकार के कामकाज का तरीका बदला
इस बार बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत नहीं है, ऐसे में क्या सरकार के कामकाज करने में अंतर आया है, पिछली सरकारों के मुकाबले. जिस पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि नहीं हमारे काम करने में कोई अंतर नहीं आया है, हमें पूरा सहयोग मिल रहा है. इसलिए हम उसी गति से काम कर रहे हैं. मोदी जी के नेतृत्व में हमारी ट्रेन की स्पीड बुलेट ट्रेन जैसी हो गई है. जो कि अच्छी गति से काम कर रही है.
हमारी सरकार ने कई गुना भ्रष्टाचार को खत्म किया
हमारी सरकार कई गुना भ्रष्टाचार को खत्म कर चुकी है. मेरे डिपार्टमेंट में 50 लाख करोड़ का काम कर चुका हूं. कहीं न कहीं कमियां हैं क्योंकि यह समाजिक व्यवस्था है. पिछली तुलना में हम काफी आगे चले गए हैं और हम देश को अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर देंगे. हमारी सरकार में मोदी जी का नेतृत्व है और हमने भ्रष्टाचार को खत्म करने की कोशिश की है. कभी-कभी कुछ आते हैं जाते हैं और हमारा पार्टी का कैरेक्टर, कल्चर भ्रष्टाचार मुक्त है और क्वालिटेटिव है.
इलेक्ट्रिक वाहनों के पीछे देश तेजी से बढ़ रहा
पहली बात ऐसी है कि इलेक्ट्रिक वाहनों के पीछे देश तेजी से बढ़ रहा है. इसमें कम से कम 200 से 250 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है. अब सीएनजी दोपहिया वाहन भी आ रहे हैं. दूसरी बात हम 22 लाख करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं फॉसिल फ्यूल को इंपोर्ट करने के लिए. क्या यह पैसा बचना नहीं चाहिए. क्या इस पैसे का इस्तेमाल गांव के विकास के लिए नहीं होना चाहिए. 40 प्रतिशत दिल्ली का पॉल्यूशन ट्रांसपोर्ट की वजह से है. क्या इसे कम नहीं करना चाहिए. यह हमारा काम है कि हम इसे कम करें और पर्यावरण को बेहतर बनाएं.
चार धाम योजना पर बोले गडकरी
इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब बादल फटा था तब काफी लोगों की मृत्यु हुई थी. अभी हम स्विटजरलैंड से कंस्लटेंट लाकर नया प्लान लाया है उसमें से 770 किलोमीटर हमें करने हैं और हम सोच रहे हैं कि जहां ऐसा होता है वहां टनल ही बनाएं... और वहां की जियोलॉजी टिपिकल है... हम इसपर काम कर रहे हैं... लेकिन जो नेचर है... उसके सामने कितनी भी कोशिश करो तो कमी रह ही जाती है.
टोल पर सवाल करते हैं लोग
केंद्रीय मंत्री ने कहा रोड में खराबी होगी और हम टोल लेंगे तो इससे लोगों को खराबी होगी और इस पर सवाल करना उनका जायज भी है और इसलिए हमारा काम है कि हम अच्छी सड़के दें.. हम सरकार के बजट पर इतनी सड़कें नहीं बना सकते हैं और इतना टोल मिलता भी नहीं है और इसलिए कर्जा लेना पड़ता है. इस वजह से टोल लिया जाता है
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं