कानपुर:
सोने-चांदी और उसके आभूषणों पर केन्द्र सरकार द्वारा उत्पाद शुल्क बढ़ाए जाने से देशभर के ज्वैलरी व्यापारियों की तरह कानपुर के सर्राफा कारोबारियों ने भी आज 12वें दिन हड़ताल जारी रखी। उधर, सर्राफा व्यापारियों का एक प्रतिनिधि मंडल आज कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी से मिलने और अपनी मांगे बताने के लिए दिल्ली गया है।
उधर, सर्राफा व्यापारियों के समर्थन में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के लोग, जिन्होंने 30 मार्च को प्रदेश का समस्त व्यापार बंद करने का ऐलान किया है वह भी बंद को सफल बनाने में पूरी तरह से जुड़े हुए हैं। 30 मार्च के बंद के दौरान कपड़ा लोहा मशीनरी अनाज आदि सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहेंगे तथा पूरे प्रदेश के व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे।
यही नहीं प्रदेश के सभी जिलो में सर्राफा व्यापारियों के समर्थन में सभी व्यापारों से जुड़े व्यापारी अपने अपने जिला मुख्यालयों पर सुबह से केन्द्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे तथा केन्द्र सरकार को उत्पाद कर हटाने पर मजबूर करेंगे। उधर, दूसरी ओर कानपुर में सर्राफा व्यापारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल आज 12वें दिन भी जारी रही रही है और शहर के ज्वैलरी की करीब 368 छोटी बड़ी दुकाने बंद है और करोड़ों रुपये का व्यापार ठप रहा। व्यापारी शहर में जगह-जगह जुलूस और धरना प्रदर्शन कर केन्द्र सरकार के पुतले जला रहे है और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश सर्राफा व्यापार मंडल के अध्यक्ष महेश चन्द्र जैन ने दिल्ली से प्रेट्र भाषा को टेलीफोन पर बताया कि आज सर्राफा व्यापारियों का एक प्रतिनिधि मंडल दिल्ली आया हुआ है और वह यहां कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी से मिलेगा और उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराएगा।
जैन ने कहा कि सर्राफा व्यापारी कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी से अनुरोध करेंगे कि वह केन्द्र सरकार पर उत्पाद कर वापस बनाने के लिये दबाव बनाएं और हमें उम्मीद है कि राहुल हमारी मांगो पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगे। उधर, शहर के सैकड़ों सर्राफा व्यापारी और उनसे जुड़े हजारों कर्मचारी केन्द्र सरकार की इन गलत नीतियों के खिलाफ शहर के प्रमुख सर्राफा बाजारों में पिछले 12 दिनों से अपनी दुकाने बंद कर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। आज भी सैकड़ो सर्राफा व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर लाल बंगला, गोविंद नगर और बिरहाना रोड पर धरना प्रदर्शन किया और जुलूस निकाला और केन्द्र सरकार का पुतला फूंक कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सर्राफा से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि केन्द्र सरकार के इस तरह से उत्पाद शुल्क बढ़ाए जाने से एक तो सोने चांदी की तस्करी बढ़ जाएगी और साथ ही दुकानदारों की कागजी कार्रवाई बढ़ जाएगी तथा इंस्पेक्टरराज की शुरुआत एक बार फिर हो जाएगी।
उधर, सर्राफा व्यापारियों के समर्थन में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के लोग, जिन्होंने 30 मार्च को प्रदेश का समस्त व्यापार बंद करने का ऐलान किया है वह भी बंद को सफल बनाने में पूरी तरह से जुड़े हुए हैं। 30 मार्च के बंद के दौरान कपड़ा लोहा मशीनरी अनाज आदि सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहेंगे तथा पूरे प्रदेश के व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे।
यही नहीं प्रदेश के सभी जिलो में सर्राफा व्यापारियों के समर्थन में सभी व्यापारों से जुड़े व्यापारी अपने अपने जिला मुख्यालयों पर सुबह से केन्द्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे तथा केन्द्र सरकार को उत्पाद कर हटाने पर मजबूर करेंगे। उधर, दूसरी ओर कानपुर में सर्राफा व्यापारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल आज 12वें दिन भी जारी रही रही है और शहर के ज्वैलरी की करीब 368 छोटी बड़ी दुकाने बंद है और करोड़ों रुपये का व्यापार ठप रहा। व्यापारी शहर में जगह-जगह जुलूस और धरना प्रदर्शन कर केन्द्र सरकार के पुतले जला रहे है और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश सर्राफा व्यापार मंडल के अध्यक्ष महेश चन्द्र जैन ने दिल्ली से प्रेट्र भाषा को टेलीफोन पर बताया कि आज सर्राफा व्यापारियों का एक प्रतिनिधि मंडल दिल्ली आया हुआ है और वह यहां कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी से मिलेगा और उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराएगा।
जैन ने कहा कि सर्राफा व्यापारी कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी से अनुरोध करेंगे कि वह केन्द्र सरकार पर उत्पाद कर वापस बनाने के लिये दबाव बनाएं और हमें उम्मीद है कि राहुल हमारी मांगो पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगे। उधर, शहर के सैकड़ों सर्राफा व्यापारी और उनसे जुड़े हजारों कर्मचारी केन्द्र सरकार की इन गलत नीतियों के खिलाफ शहर के प्रमुख सर्राफा बाजारों में पिछले 12 दिनों से अपनी दुकाने बंद कर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। आज भी सैकड़ो सर्राफा व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर लाल बंगला, गोविंद नगर और बिरहाना रोड पर धरना प्रदर्शन किया और जुलूस निकाला और केन्द्र सरकार का पुतला फूंक कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सर्राफा से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि केन्द्र सरकार के इस तरह से उत्पाद शुल्क बढ़ाए जाने से एक तो सोने चांदी की तस्करी बढ़ जाएगी और साथ ही दुकानदारों की कागजी कार्रवाई बढ़ जाएगी तथा इंस्पेक्टरराज की शुरुआत एक बार फिर हो जाएगी।
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