नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि लगभग 100 करोड़ भारतीय अगले वर्ष लोकसभा चुनाव में मतदान करने के पात्र होंगे. उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) ने देश की चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और दक्षता बढ़ा दी है. मोदी ने यहां जी-20 के सदस्य देशों की संसदों के पीठासीन अध्यक्षों एवं सभापतियों (पी20) के नौवें सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए प्रतिनिधियों को ‘‘लोकतंत्र के उत्सव'' (2024 की गर्मियों में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव) को देखने के लिए अगले साल फिर से भारत आने के वास्ते आमंत्रित किया.
उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भारी मतदान देश की संसदीय परंपराओं में लोगों के भरोसे को दर्शाता है. पिछले संसदीय चुनाव में 91 करोड़ पात्र मतदाताओं में से 67 प्रतिशत से अधिक ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. देश की चुनावी प्रक्रिया का आधुनिकीकरण किया गया है और अब पिछले 25 वर्ष से ईवीएम का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ईवीएम से चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता आई है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब चुनाव परिणाम मतगणना शुरू होने के कुछ घंटों के भीतर ही पता चल जाते हैं. कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं. कुछ दलों ने मतपत्र प्रणाली का फिर से इस्तेमाल किये जाने की मांग की है.
PM मोदी ने याद किया कि पिछले लोकसभा चुनाव में लोगों ने उनकी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को लगातार दूसरी बार विजयी बनाया था. उन्होंने कहा कि यह दुनिया की सबसे बड़ी चुनावी कवायद थी, जिसमें पंजीकृत मतदाताओं की कुल संख्या पूरे यूरोप की आबादी से अधिक थी. उन्होंने प्रतिनिधियों को बताया कि 2019 के चुनाव में महिलाओं की रिकॉर्ड भागीदारी देखी गई.
राजनीतिक भागीदारी के बढ़ते दायरे का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले आम चुनाव में 600 से अधिक राजनीतिक दलों ने हिस्सा लिया था और एक करोड़ सरकारी कर्मचारियों ने चुनाव का काम किया था. उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए 10 लाख मतदान केंद्र बनाए गए थे.
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